नहीं मिले चिकित्सक, भटकते रहे मरीज
सिविल अस्पताल रुड़की में मंगलवार को मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीज उपचार के लिए भटकते रहे लेकिन उन्हें चिकित्सक नहीं मिल पाए जिसके चलते सौ से अधिक मरीज बिना उपचार कर ही वापस लौट गए।
संवाद सहयोगी रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की में मंगलवार को मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीज उपचार के लिए भटकते रहे, लेकिन उन्हें चिकित्सक नहीं मिल पाए, जिसके चलते सौ से अधिक मरीज बिना उपचार कर ही वापस लौट गए।
सिविल अस्पताल रुड़की में तैनात फिजिशियन डॉ. अखिलेश कुमार को चारधाम यात्रा की ड्यूटी पर भेजा गया है। वह ड्यूटी पर चले गए हैं, जिसके चलते उनकी ओपीडी बंद रही। वहीं एक महिला फिजीशियन भी एक अक्टूबर तक छुट्टी पर हैं, जिससे उनकी ओपीडी भी बंद रही। अस्पताल के सर्जन डॉ. विवेक लुंबा पहले ही सिविल अस्पताल से इस्तीफा दे चुके हैं। इससे उनकी ओपीडी पर ताला लटका है। इसके अलावा बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गरिमा गोयल भी इस्तीफा देकर जा चुकी हैं। अस्पताल में एक साथ चार चिकित्सकों की कमी होने से व्यवस्थाएं बिगड़ गई हैं। मंगलवार को अस्पताल में पहुंचे मरीज इन चिकित्सकों के लिए भटकते रहे। बाद में उन्हें पता चला कि डॉ. अखिलेश चारधाम यात्रा की ड्यूटी पर हैं। वह अभी नहीं मिल पाएंगे। जबकि इस समय सबसे अधिक मरीज फिजीशियन वाले ही आ रहे हैं। इसी तरह से सर्जन के न होने की भी जानकारी उन्हें मिल गई, जिसके चलते मरीज निराश होकर बिना उपचार के ही लौट गए। मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण अस्पताल में खांसी, जुकाम व बुखार आदि के मरीज काफी संख्या में आ रहे हैं। अस्पताल में फिजीशियन न होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि फिजीशियन की ड्यूटी चारधाम यात्रा में लगाई गई है। वहीं सर्जन न होने से सामान्य आपरेशन फिलहाल अस्पताल में नहीं हो रहे हैं। इसी कारण आपरेशन वाले मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य सभी चिकित्सक अस्पताल में तैनात हैं। अस्पताल में प्रतिदिन 500 से अधिक मरीजों की ओपीडी हो रही है।