डेंगू का प्रकोप, जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड, 12 बेड रिजर्व

बदलते मौसम के बीच शहर से लेकर देहात तक डेंगू का प्रकोप है। हरिद्वार में डेंगू पीड़ित एक किशोर की मौत भी हो चुकी है। लंढौरा क्षेत्र का गाधारौंणा तो डेंगू का हाट स्पाट बन गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:45 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:45 PM (IST)
डेंगू का प्रकोप, जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड, 12 बेड रिजर्व
डेंगू का प्रकोप, जिला अस्पताल में बना डेंगू वार्ड, 12 बेड रिजर्व

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: बदलते मौसम के बीच शहर से लेकर देहात तक डेंगू का प्रकोप है। हरिद्वार में डेंगू पीड़ित एक किशोर की मौत भी हो चुकी है। लंढौरा क्षेत्र का गाधारौंणा तो डेंगू का हाट स्पाट बन गया है। डेंगू के बढ़ते मामलों से स्वास्थ्य विभाग की सांसें फूली है। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे है। सीडीओ ने प्रभारी सीएमओ और डीएमओ को डेंगू पर नियंत्रण को प्रभावी उपाय किए जाने के निर्देश दिए हैं। इधर, जिले में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला अस्पताल में दो डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। जिसमें 12 बेड सुरक्षित रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।

सामान्यतया बरसात में डेंगू और मलरेयिा का प्रकोप रहता है। कुछ दिनों से बदलते मौसम के बीच शहर से लेकर देहात तक डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। रुड़की क्षेत्र में डेंगू पीड़ितों की संख्या 100 के पार पहुंचने से प्रशासन की चिता बढ़ गई है। डेंगू के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन स्थिति पर नजर रखे है। स्वास्थ्य विभाग को जरूरी ऐहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। शुक्रवार को सीडीओ डा. सौरभ गहरवार ने प्रभारी सीएमओ डा. एचडी शाक्य, डीएमओ गुरनाम सिंह की बैठक ली। डेंगू का लार्वा नष्ट करने को इंडोर स्प्रे के अलावा फागिंग के निर्देश दिए हैं। बुखार पीड़ितों को चिह्नित करने के लिए डोर टू डोर सर्वे को कहा गया है। इधर डेंगू के प्रकोप को देखते हुए जिला अस्पताल प्रबंधन भी अलर्ट है। जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। जिनमें 12 बेड डेंगू पीड़ितों के लिए रिजर्व रखे गए हैं। जहां मच्छरदानी आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

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डेंगू को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। जिला अस्पताल में दो डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। जिसमें 12 बेड रिजर्व रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर वार्ड की संख्या बढ़ायी जा सकती है।

डा. राजेश गुप्ता, सीएमएस, जिला अस्पताल, हरिद्वार

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