शहर से सटी नई कॉलोनियों पर अपराधियों की बुरी नजर
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर से सटी नई कॉलोनियां अपराधियों के निशाने पर हैं। कारण्
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर से सटी नई कॉलोनियां अपराधियों के निशाने पर हैं। कारण यह है कि जितनी तेजी के साथ नई कॉलोनियां वजूद में आ रही हैं, उस अनुपात में पुलिस की गश्त और सतर्कता नहीं बढ़ रही है। अधिकांश कॉलोनियों में पुलिस की पिकेट नहीं लग रही है। लगातार हो रही चोरी की घटनाएं रात्रि गश्त की पोल खोल रही हैं।
पंचपुरी का दायरा चारों तरफ से बढ़ रहा है। शहर से सटे गांवों में तेजी से नई कॉलोनियां आबाद हो रही हैं। पिछले तीन चार सालों में कनखल जगजीतपुर व जमालपुर क्षेत्र में 10 से ज्यादा नई कॉलोनियां सृजित हुई हैं। ज्वालापुर सुभाषनगर, सराय रोड व नए गांव के आस-पास भी सात आठ नई कॉलोनियां बस गई हैं। रानीपुर में सलेमपुर के आस-पास का क्षेत्र और सिडकुल में रोशनाबाद, आन्नेकी हेतमपुर, औरंगाबाद के समीपवर्ती क्षेत्रों में कई कॉलोनियां बन चुकी है। हरिद्वार लक्सर रोड पर कनखल व पथरी थानाक्षेत्र में भी हर एक आधा किलोमीटर के दायरे में एक नई कॉलोनी आकार ले चुकी है। इनमें ज्यादातर कॉलोनियों में दूर-दूर मकान बने हुए हैं। इसलिए कॉलोनियां चोरों के लिए साफ्ट टारगेट हैं।
हाल के दिनों में चोरी और डकैती की घटनाओं पर नजर डालें तो इन्हीं कॉलोनियों को अपराधियों ने ज्यादा निशाना बनाया है। घटनाएं होने पर कॉलोनी के लोग लगातार पुलिस गश्त पर सवाल उठा रहे हैं। मतलब साफ है कि इन कॉलोनियों में अपराधियों को पुलिस का जरा भी खौफ नहीं है।
----------------------
नई कॉलोनियों में बीते एक की घटनाएं
28 अगस्त- रानीपुर कोतवाली क्षेत्र की टिहरी विस्थापित कॉलोनी में बंद मकान से लाखों की चोरी
09 सितंबर- ज्वालापुर अहबाबनगर में अधिवक्ता के घर लाखों के जेवर व नगदी चोरी।
11 सितंबर- सिडकुल थानाक्षेत्र की नवोदय नगर कॉलोनी में लाखों की नगदी जेवरात चोर ले उड़े।
16 सितंबर- जमालपुर के पास रुद्र विहार कॉलोनी में बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया।
---वर्जन-----
पुलिस नई और पुरानी आबादी दोनों में बराबर निगाह रखती है। नई कॉलोनियों को लेकर सभी थाना प्रभारियों को विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। -----कृष्ण कुमार वीके, एसएसपी