बोर्ड बैठक न होने से आंदोलन की राह पर पार्षद

नगर निगम की बोर्ड बैठक न बुलाए जाने से खफा पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। पार्षदों ने महापौर पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं और नैतिकता के आधार पर महापौर से इस्तीफा देने की मांग की है। पार्षदों ने नगर आयुक्त से मिलकर अपने स्तर से बोर्ड बैठक बुलाए जाने की भी मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:01 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:01 PM (IST)
बोर्ड बैठक न होने से आंदोलन की राह पर पार्षद
बोर्ड बैठक न होने से आंदोलन की राह पर पार्षद

संवाद सहयोगी, रुड़की : नगर निगम की बोर्ड बैठक न बुलाए जाने से खफा पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। पार्षदों ने महापौर पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं और नैतिकता के आधार पर महापौर से इस्तीफा देने की मांग की है। पार्षदों ने नगर आयुक्त से मिलकर अपने स्तर से बोर्ड बैठक बुलाए जाने की भी मांग की है। बोर्ड बैठक की मांग को लेकर पार्षद सोमवार को निगम में धरना देंगे व महापौर, नगर आयुक्त को ज्ञापन देंगे। यदि इसके बाद भी बोर्ड बैठक नहीं बुलाई जाती है तो पार्षद स्वयं ही अपना एक अध्यक्ष चुनकर बोर्ड बैठक कराएंगे।

नगर निगम के सभाकक्ष में रविवार को पार्षदों ने पत्रकार वार्ता की। पार्षद विवेक चौधरी ने कहा कि शहर के विकास को गति देने एवं अन्य चर्चाओं के लिए बोर्ड बैठक जरूरी है। लेकिन, महापौर गौरव गोयल पता नहीं किस कारण से बोर्ड बैठक कराने से बच रहे हैं। हर दूसरे या तीसरे माह बोर्ड बैठक होनी चाहिए। लेकिन, दो साल में मात्र दो ही बोर्ड बैठक हो सकी है। पिछली बोर्ड बैठक हुए दस माह हो चुके हैं। जिसके चलते शहर के विकास कार्य बाधित हैं। उन्होंने कहा कि महापौर सब पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। अगर ऐसा है तो क्यों महापौर, पार्षदों का सहयोग नहीं रहे हैं। केवल इंटरनेट मीडिया पर बयानबाजी कर रहे हैं। कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे। बोर्ड बैठक बुलाकर क्यों उसमें इन मुद्दों को नहीं रखते है। पार्षद रविन्द्र खन्ना व पार्षद प्रतिनिधि जेपी शर्मा ने कहा कि महापौर को निगम का रुतबा बढ़ाना चाहिए। लेकिन, वह स्वयं ही उसे बदनाम कर रहे हैं। पार्षदों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। जबकि उनके पास कोई हस्ताक्षर की पावर नहीं है। पार्षद तो केवल जनता का सेवक है। ऐसे में पार्षद क्या भ्रष्टाचार कर सकता है। उन्होंने महापौर पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

इस मौके पर पार्षद धीरज पाल, पार्षद राकेश गर्ग, पार्षद संजीव शर्मा व आशीष अग्रवाल व पार्षद प्रतिनिधि संजीव शर्मा, पार्षद नितिन त्यागी, धीराज डिपल, अनूप राणा, चारू चंद्र, पार्षद प्रतिनिधि संजीव तोमर व संजय कश्यप आदि ने भी महापौर की कार्यशैली पर कड़ी आपत्ति जताई।

इस मौके पर पार्षद मोहसिन अल्वी, हरीश शर्मा, मयंक पाल, हेमा बिष्ट, मंगेराम पंवार, मनोज कुमार, प्रमोद पाल, कुलदीप तोमर, धीरज कुमार, मुस्तकीम आदि मौजूद रहे।

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