Coronavirus Test Fraud: कोरोना जांच रिपोर्ट में दर्ज नाम-पते भी फर्जी, पड़ताल में सामने आ रहे चौंकाने वाले तथ्य

Coronavirus Test Fraud प्रशासनिक स्तर पर कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही समिति की पड़ताल में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। पता चला है कि कोरोना जांच रिपोर्ट में जिन मोबाइल नंबरों को दर्ज किया गया है उनमें तमाम मौजूद ही नहीं हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 01:56 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:56 PM (IST)
Coronavirus Test Fraud: कोरोना जांच रिपोर्ट में दर्ज नाम-पते भी फर्जी, पड़ताल में सामने आ रहे चौंकाने वाले तथ्य
कोरोना जांच रिपोर्ट में दर्ज नाम-पते भी फर्जी, पड़ताल में सामने आ रहे चौंकाने वाले तथ्य।

अनूप कुमार, हरिद्वार। Coronavirus Test Fraud प्रशासनिक स्तर पर कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही समिति की पड़ताल में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। पता चला है कि कोरोना जांच रिपोर्ट में जिन मोबाइल नंबरों को दर्ज किया गया है, उनमें तमाम मौजूद ही नहीं हैं। कुछ के नाम-पते गलत हैं। मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवार की अगुआई में गठित तीन सदस्यीय समिति यह जांच कर रही है। शासन के निर्देश पर पिछले सप्ताह डीएम ने यह समिति बनाई थी। इसे पंद्रह दिन में रिपोर्ट सौंपनी है।

समिति की जांच पड़ताल में रोजाना नए तथ्य सामने आ रहे हैं। आरोपित फर्मों के स्तर से जारी कोरोना जांच रिपोर्ट में फर्जी नंबरों की इंट्री, गलत नाम-पतों की प्रविष्टि भी इनमें शामिल हैं। जांच में यह भी सामने आया कि अब तक दस हजार से अधिक ऐसे लोग सामने आ चुके हैं, जो कुंभ मेले के दौरान, उससे पहले या बाद में हरिद्वार आए ही नहीं। इनके मोबाइल पर कोरोना जांच कराए जाने के संदेश पहुंचे हैं। इनमें से अधिकांश के पास कोरोना जांच निगेटिव होने का एसएमएस पहुंचा है। हालांकि, कुछ ऐसे लोग भी सामने आए हैं, जो उस दौरान समूह में हरिद्वार आए और उन्होंने एक ही मोबाइल नंबर पर जांच करा ली। लेकिन, इनकी संख्या काफी कम है। डीएम सी रविशंकर ने इसकी पुष्टि की।

इधर, सोमवार को जांच समिति के सदस्य मुख्य कोषाधिकारी नीतू भंडारी दोपहर कुंभ मेलाधिकारी स्वास्थ्य के कार्यालय पहुंचेे। उन्होंने प्रकरण से संबंधित साक्ष्य व अन्य जानकारी जुटाईं। मेलाधिकारी स्वास्थ्य कार्यालय के स्तर पर भी कोरोना जांच के आंकड़ों का सत्यापन शुरू कर दिया गया है। दिए गए नंबरों पर फोन करके टेस्टिंग की सत्यता का पता लगाया जा रहा है। जिन श्रद्धालुओं के पास बगैर सैंपल दिए कोरोना जांच की रिपोर्ट के संदेश पहुंचे हैं, उनकी जानकारी जुटाने के साथ ही उनका सत्यापन कराया जा रहा है। अभी तक जो स्थिति सामने आई है, उससे जाहिर हो रहा है कि कोरोना जांच के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया।

इस मामले में पूछे जाने पर जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि जांच जारी है। जांच सही दिशा में बढ़ रही है। इसके जल्द पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद जांच का निष्कर्ष और संबंधित दस्तावेज एसआइटी को सौंप दिए जाएंगे।

आरोपित 24 को हरिद्वार तलब

जांच समिति के अध्यक्ष एवं सीडीओ सौरभ गहरवार ने आरोपित तीनों फर्मों के संचालकों और अधिकारियों 24 जून को बयान दर्ज कराने के लिए हरिद्वार तलब किया है।

नोडल अफसर व मेला स्वास्थ्य अधिकारी के बयान किए दर्ज

कुंभ में कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी ने सोमवार को मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा. अर्जुन सेंगर के बयान दर्ज किए। एसआइटी ने कुंभ मेले में नोडल अधिकारी की भूमिका में रहे डा. एनके त्यागी से भी एसआइटी ने अहम बिंदुओं पर जानकारियां जुटाई। इधर, डीजीपी अशोक कुमार ने एसआइटी को प्रत्येक बिंदु की गहनता से पड़ताल करने के निर्देश दिए हैं।

फर्जीवाड़े में सीएमओ डा. शंभू कुमार झा की ओर से तीन दिन पहले शहर कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच एसआइटी कर रही है। मुकदमें में मैसर्स मैक्स कारपोरेट सर्विसेज, नलवा लैबोरेटरी हिसार (हरियाणा) और डा.लाल चंदानी लैब (नई दिल्ली) नामजद हैं। शनिवार को एसआइटी ने मेलाधिकारी डा. अर्जुन सेंगर के बयान दर्ज किए थे।

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