रास्ता बंद करने के विरोध में सेना से भिड़ी महिलाएं, जानिए पूरा मामला

सेना ने क्षेत्र से गुजरने वाले रास्ते को देर रात तारबाड़ लगाकर बंद कर दिया गया। महिलाओं के विरोध करने पर सैनिकों और महिलाओं के बीच धक्का-मुक्की हो गई।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 07:49 PM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2019 07:49 PM (IST)
रास्ता बंद करने के विरोध में सेना से भिड़ी महिलाएं, जानिए पूरा मामला
रास्ता बंद करने के विरोध में सेना से भिड़ी महिलाएं, जानिए पूरा मामला

रुड़की, जेएनएन। रुड़की में सेना ने क्षेत्र से गुजरने वाले रास्ते को देर रात तारबाड़ लगाकर बंद कर दिया गया। सुबह जब इस बात की जानकारी दुर्गा कॉलोनी, टोडा कल्याणपुर समेत कई गांव के लोगों को मिली तो वह मौके पर पहुंच गए और सेना की कार्रवाई का विरोध किया। करीब तीन सौ महिलाओं ने सेना द्वारा खोदी गई खाई को बंद कर दिया। इस दौरान सैनिकों और महिलाओं के बीच धक्का-मुक्की हो गई। सेना और ग्रामीणों के बीच टकराव की सूचना से पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। तहसीलदार, सीओ समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। विवाद के निस्तारण को 26 अप्रैल को बैठक बुलाई गई है। तब तक पैदल और दोपहिया वाहन चालकों को ही जाने की इजाजत दी गई है। 

दुर्गा कॉलोनी से होकर सेना क्षेत्र से निकलने वाले रास्ते को लेकर ग्रामीणों और सेना के बीच दो दशक से विवाद चला आ रहा है। सेना की ओर से बीच-बीच में रास्ते को बंद कर दिया जाता है। एक यूनिट जाने के बाद जब दूसरी यूनिट यहां पर आती है, तब आमतौर पर हर बार यह विवाद ज्यादा बढ़ जाता है।

सोमवार रात सेना की ओर से दुर्गा कॉलोनी की ओर से तारबाड़ कर पूरे रास्ते को बंद कर दिया गया। सुबह जब इस बात की जानकारी कॉलोनी और आसपास के लोगों को मिली तो दुर्गा कॉलोनी अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद सती, सचिव रघुवीर, बलवंत सिंह रावत, उत्तराखंड आंदोलनकारी कल्याण मंच उपाध्यक्ष और दुर्गा कॉलोनी क्षेत्र पंचायत सदस्य सतीश नेगी, दर्शन सिंह, अफजल प्रधान, टोडा के प्रधान शहजाद, हरीश पोखरियाल, ओम प्रकाश, अनिल राणा, मनोज ओसवाल, ताजवर सिंह, ठाकुर सिंह ओसवाल, हर्ष प्रकाश काला, अमर सिंह, कलावती रावत, रेखा, सपना, सरोज बिष्ट, विमला नेगी समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए और सेना की कार्रवाई का विरोध किया। देखते ही देखते महिलाओं ने सेना की ओर से खोदी गई खाई को बंद करना शुरू कर दिया। 

इस दौरान सेना और महिलाओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। तब तक सेना के और जवान ट्रकों में भरकर मौके पर पहुंच गए। सेना और ग्रामीणों के बीच टकराव की सूचना पर तहसीलदार मंजीत सिंह गिल, सीओ चंदन सिंह बिष्ट, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह पुलिस बल को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से मामले को शांत कराया। साथ ही तय किया गया कि बंद किए गए रास्ते को खोला जाएगा।

इस रास्ते से लोग पैदल और दोपहिया वाहन के साथ जा सकेंगे। 26 अप्रैल को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में इस विवाद को सुलझाने के लिए ग्रामीण, सेना के अधिकारी शामिल रहेंगे। इसके बाद मामला शांत हुआ। दुर्गा कॉलोनी के लोगों की ओर से इस संबंध में एक तहरीर भी पुलिस को दी गई है।

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