कक्षा आठ की छात्रा सुहानी बनी पार्षद, वार्ड की सफाई व्‍यवस्‍था का लिया जायजा

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर रुड़की के रामनगर वार्ड से पार्षद पंकज सतीजा ने वार्ड निवासी बालिका सुहानी अरोड़ा को एक दिन का पार्षद बनाया। बालिका सुहानी ने वार्ड की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 12:02 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 12:02 PM (IST)
कक्षा आठ की छात्रा सुहानी बनी पार्षद, वार्ड की सफाई व्‍यवस्‍था का लिया जायजा
अंतरराष्‍ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को कक्षा आठ की बालिका सुहानी को एक दिन की पार्षद बनाया गया।

संवाद सहयोगी, रुड़की। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सोमवार को कक्षा आठ की छात्रा को एक दिन का पार्षद बनाया गया। छात्रा ने पार्षद बनते ही वार्ड की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही, सफाईकर्मियों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही, टायफून मशीन से कीटनाशक दवा का छिड़काव भी कराया। 

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर रामनगर वार्ड से पार्षद पंकज सतीजा ने सोमवार सुबह वार्ड निवासी छात्रा सुहानी अरोड़ा को एक दिन का पार्षद बनाया है। सुहानी अरोड़ा आर्य कन्या इंटर कालेज में कक्षा आठ की छात्रा है। पार्षद पंकज सतीजा ने बताया कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियां सौंपी जानी चाहिए। वहीं एक दिन की पार्षद बनने पर सुहानी अरोड़ा खुश हैं।

छात्रा सुहानी अरोड़ा ने बताया कि वह एक दिन में वार्ड के लिए अधिक से अधिक कार्य करने का प्रयास कर रही हैं। इस समय डेंगू और मलेरिया सबसे बड़ी चुनौती हैं। इससे बचाव के लिए सफाई, कीटनाशक दवाओं का छिड़काव के साथ-साथ क्षेत्रवासियों को भी जागरूक होना होगा। पार्षद पंकज सतीजा ने बताया कि नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी बालिका के जज्बे से प्रभावित हैं। बेटी के एक दिन के पार्षद बनने पर पिता गगन आहूजा भी खुश हैं।

बता दें कि इससे पहले बहादराबाद क्षेत्र निवासी 19 वर्षीय सृष्टि गोस्वामी गोस्वामी को इसी साल 24 जनवरी को एक दिन की मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सृष्टि ने 13 विभागों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को कई अहम सुझाव भी दिए थे। साथ ही उत्तराखंड के विकास को लेकर अपनी सोच भी सबके सामने रखी। साथ ही, बालिका सुरक्षा, पलायन जैसे मसलों पर चिंता जताई और इनसे पार पाने के सुझाव दिए। करीब पांच घंटे तक यह दायित्व निभाने के बाद सृष्टि ने ये भी कहा था कि अगर उन्हें भविष्य में अवसर मिलता है तो वो राजनीति के क्षेत्र में जरूर आएंगी।

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