15 साल बाद चली सिविल अस्पताल की लिफ्ट

सिविल अस्पताल रुड़की में 15 साल से बंद पड़ी लिफ्ट शुरू हो गई है। थर्ड फ्लोर पर स्थित आइसीयू वार्ड को देखते हुए लिफ्ट को बेहद जरूरी माना जा रहा था। लिफ्ट शुरू होने से अब मरीजों को आइसीयू में शिफ्ट करना बेहद आसान हो गया है। मंगलवार को लिफ्ट का ट्रायल किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:00 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 06:00 PM (IST)
15 साल बाद चली सिविल अस्पताल की लिफ्ट
15 साल बाद चली सिविल अस्पताल की लिफ्ट

संवाद सहयोगी, रुड़की : सिविल अस्पताल रुड़की में 15 साल से बंद पड़ी लिफ्ट शुरू हो गई है। थर्ड फ्लोर पर स्थित आइसीयू वार्ड को देखते हुए लिफ्ट को बेहद जरूरी माना जा रहा था। लिफ्ट शुरू होने से अब मरीजों को आइसीयू में शिफ्ट करना बेहद आसान हो गया है। मंगलवार को लिफ्ट का ट्रायल किया गया।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद सिविल अस्पताल के थर्ड फ्लोर पर 15 बेड का आइसीयू वार्ड बनाया गया है। सभी बेड पर वेंटीलेटर की सुविधा भी है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आइसीयू वार्ड व आक्सीजन जनरेशन प्लांट का उद्घाटन किया था। आइसीयू वार्ड थर्ड फ्लोर पर होने के चलते मरीजों को आइसीयू में शिफ्ट करने को लेकर काफी समस्या बनी हुई थी। हालांकि वार्ड तक जाने के लिए रैंप व सीढि़यां हैं। लेकिन, गंभीर मरीज को बिना लिफ्ट आइसीयू तक पहुंचाना बेहद मुश्किल लग रहा था। इसी के चलते लिफ्ट की जरूरत महसूस हो रही थी। अस्पताल में लिफ्ट करीब 15 साल से खराब पड़ी थी। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक ने लिफ्ट को ठीक कराने का जिम्मा लिया था। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने पिछले माह लिफ्ट ठीक कराने के लिए टेंडर जारी किया था। लिफ्ट की क्षमता 10 व्यक्तियों को लाने ले जाने की है। लिफ्ट का उद्घाटन एसबीआइ के अधिकारियों से ही कराया जाएगा। लिफ्ट के ठीक होने में करीब 12 लाख रुपये का खर्च आया है। यह सारा खर्च एसबीआइ ने ही वहन किया है।

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