कोरोना का शतक, फिर खतरे की घंटी

त्योहार बाद कोरोना फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। दीपावली के दूसरे रोज जहां जिले में नौ मामले थे वहीं मंगलवार को पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा सौ पार कर गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:05 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:05 PM (IST)
कोरोना का शतक, फिर खतरे की घंटी
कोरोना का शतक, फिर खतरे की घंटी

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: त्योहार बाद कोरोना फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। दीपावली के दूसरे रोज जहां जिले में नौ मामले थे, वहीं मंगलवार को पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा सौ पार कर गया। स्वास्थ्य विभाग इसे खतरे की घंटी मानते हुए सैंपलिग में और तेजी लाने की बात कह रहा है। आर-टीपीसीआर जांच को रोजाना तीन हजार सैंपल लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

अक्टूबर में कोरोना के आंकड़े जहां सुकून भरे थे, वहीं त्योहार बाद लगातार बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य महकमे की पेशानी पर बल डाल दिया है। दीपावली के दो रोज बाद भैया दूज के दिन जिले में केवल नौ मामले थे। वहीं, 17 नवंबर को 16, 18 नवंबर को 34, 19 नवंबर को 29, 20 नवंबर को 33, 21 नवंबर को 30, 22 नवंबर को 45 और 23 नवंबर को 67 मामले सामने आए। मंगलवार को कोरोना का आंकड़ा शतक पार कर गया। जिला अस्पताल के डाटा एंट्री ऑपरेटर राहुल यादव समेत 102 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें सर्वाधिक 22 मामले रुड़की और 19 लक्सर के हैं। इधर कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की पेशानी पर बल डाल दिया है। सीएमओ डॉ. एसके झा इसे खतरे की घंटी मानते हुए सैंपलिग में और तेजी लाने की बात कह रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि आरटीपीसीआर जांच के लिए रोजाना तीन हजार सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके सापेक्ष हर रोज औसतन 2500 से अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं। मंगलवार को 2979 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए। अब तक जिले में 218227 व्यक्तियों के सैंपल लिए जा चुके हैं। हरिद्वार में एक महीने में स्थापित होगी आरटीपीसीआर लैब

हरिद्वार: सैंपलिग में तेजी तो आई है, लेकिन अब भी जांच रिपोर्ट के लिए दूसरी लैबों पर निर्भरता है। इसके चलते बैकलॉक बढ़ता जा रहा है। जिले के 4406 व्यक्तियों को अब भी रिपोर्ट का इंतजार है। इधर स्वास्थ्य विभाग 20 दिसंबर तक मेला अस्पताल में एक आरटीपीसीआर लैब संचालित होने का दावा कर रहा है। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि अजीज प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से मशीन मुहैया कराई जानी है। आधारभूत ढांचा स्वास्थ्य विभाग तैयार करेगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की लैब स्थापित करने को दो करोड़ स्वीकृत हो चुका है। इस पर भी तेजी से काम चल रहा है।

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