पटवारी की पिटाई के आरोप में भाई समेत लहरी पर मुकदमा दर्ज
कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी का अब स्थानीय पटवारी से विवाद हो गया। आरोप है कि लहरी ने पटवारी के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए सरकारी काम में बाधा पहुंचाई।
संवाद सूत्र, लालढांग : कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी का अब स्थानीय पटवारी से विवाद हो गया। आरोप है कि लहरी ने पटवारी के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए सरकारी काम में बाधा पहुंचाई। पुलिस ने आरोपित गुरजीत लहरी व उसके भाई सुरेंद्र लहरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, गुरजीत लहरी ने आरोपों को गलत बताया है।
निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य के पति व कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी का विवादों से जुड़ाव लगा रहता है। कुछ दिन पहले वनाधिकारी से विवाद हुआ था। इससे पहले एक टैंट कारोबारी को आग लगाने की धमकी से जुड़ी आडियो क्लिप वायरल होने पर लहरी के खिलाफ श्यामपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। ताजा मामला स्थानीय पटवारी से जुड़ा है। पटवारी रामनाथ ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह गैंडीखाता स्थित पंचायत घर में सरकारी काम निपटा रहे थे। तभी कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी अपने कुछ साथियों के साथ वहां आ धमका और उनके साथ गालीगलौच की। विरोध करने पर पिटाई की और जान से मारने की धमकी दी। पटवारी रामनाथ का आरोप है कि लहरी काफी दिन से जमीन से जुड़े काम को लेकर दबाव बना रहा था। बात न मानने पर उसने धमकी देते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई है। श्यामपुर थानाध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर गुरजीत लहरी व सुरेंद्र लहरी सहित छह अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
----------------
लेखपाल संघ ने की गिरफ्तारी की मांग
हरिद्वार : लेखपाल संघ ने घटना की निदा की है। साथ ही कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी व अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है। लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को इस पूरे मामले से अवगत कराया है। उनका कहना है कि पटवारी रामनाथ पर गलत तरीके से दबाव बनाया गया और काम न करने पर उनके साथ अभद्रता की गई। किसी भी पटवारी या कर्मचारी के साथ यह व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा।
-------------------
लहरी ने बताया राजनीतिक षड़यंत्र
कांग्रेस नेता गुरजीत लहरी का कहना है कि वह पटवारी से सिर्फ क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बातचीत करने गए थे। उन्होंने या किसी साथी ने उनके साथ गालीगलौच या मारपीट नहीं की है। राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उनको फंसाने का काम किया जा रहा है। मुकदमे में भाई सुरेंद्र लहरी का नाम भी है। जबकि वे उस दिन देहरादून में गाड़ी के लेन-देन के सिलसिले में गए थे और वहां से देर शाम लौटे हैं।