दुल्हन करती रह गई इंतजार, दूल्हे के घंटों मिन्नतें करने के बाद भी बॉर्डर से लौटा दी बरात
नकुड क्षेत्र से आई बरात को भगवानपुर थाना पुलिस ने बॉर्डर से प्रवेश नहीं करने दिया। पास नहीं होने की वजह से बरात बॉर्डर से ही वापस लौट गई।
हरिद्वार, जेएनएन। सहारनपुर के नकुड क्षेत्र से आई बरात को भगवानपुर थाना पुलिस ने बॉर्डर से प्रवेश नहीं करने दिया। पास नहीं होने की वजह से बरात बॉर्डर से ही वापस लौट गई। बरात में कुल तीन लोग थे, जो एक गाड़ी में सवार होकर पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के नकुड कस्बा अंतर्गत नसरूल्लाहगढ़ से एक दूल्हा, दो बराती बरात लेकर एक गाड़ी में प्रदेश के काली नदी बॉर्डर पर पहुंचे। यहां युवक ने बताया कि उसकी शादी भगवानपुर कस्बा निवासी एक युवती से तय की गई है। गुरुवार दोपहर को फेरे होने हैं, इसलिए उनको जाने दिया जाए। वधू पक्ष उनका इंतजार कर रहा है, लेकिन पास नहीं होने के चलते पुलिस ने प्रवेश देने से साफ इनकार कर दिया। घंटों मिन्नतें करने के बावजूद वर पक्ष को लौटा दिया गया। इस संबंध में एसओ संजीव थपलियाल ने बताया कि बिना अनुमति के किसी को इजाजत नहीं है। वैसे भी सहारनपुर उन 75 जिलों में शामिल है, जहां से आने वाले लोगों के संबंध में शासन की ओर से कुछ एडवाइजरी जारी की गई है।
बॉर्डर पर थर्मल स्क्रीनिंग सेंटर पर गंदगी देख भड़की जेएम
नारसन बॉर्डर पर बनाए गए सैंपल और थर्मल स्क्रीनिंग सेंटर की व्यवस्था देख ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का पारा चढ़ गया। उन्होंने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए जल्द ही व्यवस्था को दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को प्रदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं है। पास लेकर आने वालों को ही इजाजत मिलेगी। दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर नारसन बॉर्डर के समीप प्रवासियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग, सैंपल लेने और पंजीकरण काउंटर खोले गए हैं। गुरुवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल बॉर्डर पर पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने व्यवस्था देखी तो जगह-जगह गंदगी पड़ी थी। जिस पर उन्होंने सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बिना पास किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। साथ ही जेएम ने वाणिज्य कर चेक पोस्ट पर सीसीटीवी कैमरों को चालू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पर्यटन के लिए आने वाले, स्नान करने वालों को अनुमति नहीं है। अस्थि विसर्जन और दूसरे कार्य के लिए जो भी लोग अनुमति लेकर आ रहे हैं, उनके पंजीकरण के साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग सही तरीके से की जाए।
सबको शारीरिक दूरी बनाकर काम करना होगा। चार काउंटरों पर केवल थर्मल स्क्रीनिंग होगी ताकि बाहर से आने वाले लोगों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े। मास्क या फेस कवर सबको पहनाना होगा। इस मौके पर तहसीलदार सुनैना राणा, कविता जोशी, प्रदीप सैनी सुभाष कुमार आदि मौजूद रहे। गुरुवार दोपहर तक नारसन बॉर्डर पर विभिन्न प्रदेशों के 315 लोगों ने अस्थि विसर्जन के लिए पंजीकरण कराया।