काले गेहूं की बुआई के प्रति किसानों में बढ़ रहा क्रेज

हरिद्वार जिले में काले गेहूं की बुआई का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार इस गेहूं का क्षेत्रफल बढ़ने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 05:53 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 05:53 PM (IST)
काले गेहूं की बुआई के प्रति किसानों में बढ़ रहा क्रेज
काले गेहूं की बुआई के प्रति किसानों में बढ़ रहा क्रेज

जागरण संवाददाता, रुड़की: हरिद्वार जिले में काले गेहूं की बुआई का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस बार इस गेहूं का क्षेत्रफल बढ़ने की उम्मीद है।

हरिद्वार जिले के नारसन क्षेत्र में दो साल पहले काले गेहूं की बुआई की गई थी। पहले साल तो किसानों ने इस पर कोई तव्वजो नहीं दी। पिछले साल कुछ किसानों ने इस गेहूं की बुआई की तो उन्हें इसका जबरदस्त लाभ मिला। किसान राजबीर सिंह ने कहा कि दिल्ली के कुछ व्यक्ति उनके खेत पर आए और काले गेहूं को खरीदने की पेशकश की। उस समय फसल नहीं कटी थी। इसके बाद फसल कटते ही वह सामान्य गेहूं की कीमत से दोगुनी कीमत पर गेहूं को लेकर चले गए। चार हजार रुपये प्रति क्विटल की दर से इस गेहूं को बेचा गया है। किसान सतीश सैनी, प्रदीप कुमार ने बताया कि इस बार गेहूं का बीज 70 से लेकर 120 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिला है। इस बार तो चालीस से अधिक किसान इस गेहूं की बुआई कर रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी के प्रभारी डा. पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि काले रंग के गेहूं में प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। किसानों में इस साल इस गेहूं का क्रेज बढ़ा है। काले गेहूं में सामान्य गेहूं की तुलना में आयरन 60 प्रतिशत से अधिक होता है। उन्होंने बताया कि मेडिकल साइंस के शोध में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि यह कई रोगों में लाभदायक है। साथ ही इसकी डिमांड भी अब पहले से ज्यादा है।

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