भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने श्रीमहंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को बताया फर्जी, सुरक्षाकर्मियों पर उठाए सवाल

रविवार को हरिद्वार में वामदेव महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की सीबीआइ जांच की संस्तुति कर सही किया है। जल्द ही संतों का एक प्रतिनिधिमंडल सीबीआइ निदेशक से भी मुलाकात करेगा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 10:08 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:03 PM (IST)
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने श्रीमहंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को बताया फर्जी,  सुरक्षाकर्मियों पर उठाए सवाल
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या नहीं कर सकते।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या नहीं कर सकते। उन्होंने उनकी हत्या की आशंका जताई और दावा किया कि घटनास्थल पर मिला श्रीमहंत का सुसाइड नोट भी पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने श्रीमहंत की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।

रविवार को हरिद्वार में वामदेव महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की सीबीआइ जांच की संस्तुति कर सही किया है। जल्द ही संतों का एक प्रतिनिधिमंडल सीबीआइ निदेशक से भी मुलाकात करेगा। उन्होंने महंत नरेंद्र गिरी की हत्या की आशंका व्यक्त की। हालांकि यह भी कहा कि किसी पर आरोप लगाना उचित नहीं है। सीबीआइ की जांच में महंत की मौत की हकीकत सामने आ जाएगी। प्रापर्टी डीलरों की भूमिका को लेकर सांसद बोले कि वह किसी पर अंगुली नहीं खड़ी कर रहे हैं, सीबीआइ जांच में सब साफ हो जाएगा। कहा कि सुसाइड नोट बनाया गया है। साजिश के तहत हत्या को आत्महत्या दर्शाने का प्रयास किया है।

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लक्ष्य प्राप्ति को समेकित प्रयास जरूरी

संस्कृत भारती उत्तरांचल के पांच दिवसीय आनलाइन प्रांतीय कार्यकत्र्ता अभ्यास वर्ग के तीसरे दिन संस्कृतभारती के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख शीरीष भेडसगावकर ने कार्यपद्धति को लेकर कार्यकत्र्ताओं का मार्गदर्शन किया। कहा कि किसी भी संगठन या संस्था को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए कार्यपद्धति का होना आवश्यक है। अन्यथा उद्देश्य प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है।

आज संस्कृत भारती के कार्य का जो विस्तार संपूर्ण देश में हुआ है, उसमें संगठन की कार्यपद्धति की अहम भूमिका है। कार्यपद्धति के द्वारा ही अच्छे और समर्पित कार्यकत्र्ताओं का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि पूर्व और पूर्ण योजना बनाकर सभी को साथ लेकर चलने से लक्ष्य हासिल करना आसान होगा। संस्कृतभारती के प्रांत संगठन मंत्री योगेश कुमार विद्यार्थी, क्षेत्र संयोजक प्रेमचंद शास्त्री प्रांत अध्यक्ष जानकी त्रिपाठी प्रांत शिक्षण प्रमुख गिरीश कुमार, सह शिक्षण प्रमुख डा. राघव झा आदि उपस्थित रहे।

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