एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े बैरागी संत

बैरागी कैंप क्षेत्र में अतिक्रमण हटाए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 06:30 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:30 PM (IST)
एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े बैरागी संत
एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े बैरागी संत

संवाद सहयोगी, हरिद्वार : बैरागी कैंप क्षेत्र में अतिक्रमण हटाए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है। अतिक्रमण हटाने से गुस्साए बैरागी संत एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए रविवार को बैरागी कैंप क्षेत्र में धरने पर बैठ गए। बैरागी संतों की मांग है कि बैरागी कैंप से सभी अवैध निर्माण हटाकर 1986 के कुंभ की स्थिति को बहाल किया जाए और तीनों वैष्णव अखाड़ों को भूमि लीज पर दी जानी चाहिए।

रविवार को धरने पर बैठे श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि प्राचीन काल से ही बैरागी कैंप की भूमि तीनों बैरागी अणि अखाड़ों के लिए आरक्षित रही है। प्रत्येक कुंभ मेले में वैष्णव अखाड़ों के शिविर बैरागी कैंप में ही लगते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, शासन, प्रशासन की सहमति व कुंभ मेले में निर्माण कार्यों के लिए सरकार से मिले धन से ही तीनों अखाड़ों में संत निवास का निर्माण कराया जा रहा था। जिसे अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया गया है। संत निवास के साथ मंदिरों को भी क्षतिग्रस्त किया गया और मंदिरों में स्थापित वैष्णव संतों के अराध्य महावीर हनुमान की मूर्ति को भी हटाकर धर्म संस्कृति व परंपराओं पर कुठाराघात किया गया। श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि तोड़े गए मंदिरों का पुनर्निर्माण कराकर विधि विधान से मूर्ति स्थापना होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

श्रीपंच निर्वाणी अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर मंदिरों को तोड़ा जाना बेहद दुखद है। जब तक सरकार हनुमान की मूर्ति तोड़ने वाले अधिकारी एसडीएम गोपाल चौहान को बर्खास्त नहीं करती और तोड़े गए मंदिरों का पुनर्निर्माण नहीं कराती, बैरागी संतों का आंदोलन और धरना चलता रहेगा। सरकार सभी अवैध निर्माण हटाए और बैरागी कैंप में 1986 के कुंभ की स्थिति बहाल करे। श्रीपंच दिगंबर अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत कृष्णदास महाराज ने कहा कि बैरागी संतों के साथ अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिदूवादी सरकार के रहते सनातन संस्कृति पर कुठाराघात किया जा रहा है। महंत वैष्णव दास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप में जिस प्रकार मंदिरों को तोड़ा गया ऐसा मुगलकाल और अंग्रेजों के शासन में भी नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में गंगा से 200 मीटर के दायरे में किए गए सभी निर्माण हटाए जाएं। सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति को कतई सहन नहीं किया जाएगा। इस दौरान जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज, महंत नरेंद्रदास, महंत महेश दास, महंत गोपाल गिरि समेत अनेक संत मौजूद रहे।

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