अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बाबा रामदेव ने किया योग, बताए निरोग रहने के तरीके
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर धर्म नगरी में पतंजलि योगपीठ फेस 2 के सभागार में योग गुरु बाबा रामदेव ने योग के जरिये निरोग रहने का तरीका बताया।
हरिद्वार, जेएनएन। छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर धर्मनगरी में लोगों ने शारीरिक दूरी मानकों का पालन करते हुए योग किया। पतंजलि योगपीठ फेज दो के योग भवन में योगगुरु बाबा रामदेव ने योग के जरिये निरोग रहने का तरीका बताया। योग सत्र में पतंजलि वैदिक गुरुकुलम के सन्यासी भाई बहनों के साथ आसपास के गांव के सभी वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि योग सभी मत, धर्म, जाति, संप्रदाय के बंधनों से मुक्त है। इसे सभी को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिये। योगगुरु ने कहा कि योग एक संपूर्ण चिकित्सा पद्धति है। कोरोना संक्रमण काल में प्रतिरोधक क्षमता बढ़कर संक्रमण से रक्षा करने का योग एकमात्र सर्वश्रेष्ठ माध्यम है।
सुबह पांच बजे कार्यक्रम का शुभारंभ ओंकार मंत्रोच्चार और स्रोत वाचन से हुआ। योग सत्र के दौरान योगगुरु ने सरकार की ओर से निर्धारित योगा प्रोटोकॉल के तहत आसन अभ्यास कराया। उन्होंने सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराया। इसमें कंधों, घुटनों के व्यायाम शामिल रहे।
आसनों में मुख्य रूप से वृक्षासन, भुजंगासन, शशकासन, प्राणायाम में अनुलोम विलोम आदि का अभ्यास कराया। विशेष सत्र में रोगानुसार योग की प्रस्तुति दी। इस दौरान योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण आदि मौजूद रहे।
इधर, हरिहर आश्रम में जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी नमामि गंगे घाट पर योगी रजनीश आदि ने भी योग के जरिए निरोग रहने का संदेश दिया। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक अपने घर की छत पर ही योग किया। वहीं ज्वालापुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में लोग अपने घरों की छतों पर योग करते देखे गए।