आचार्य बालकृष्ण ने आर्गेनिक खेती की संभावना को तलाशा

पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट के आचार्य बालकृष्ण ने लालढांग क्षेत्र के गांव मिट्ठीबेहड़ी में सरकार की ओर से छोटे किसानों को फायदा पहुंचाने वाली विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 08:33 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 08:33 PM (IST)
आचार्य बालकृष्ण ने आर्गेनिक खेती की संभावना को तलाशा
आचार्य बालकृष्ण ने आर्गेनिक खेती की संभावना को तलाशा

संवाद सूत्र, लालढांग: पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट के आचार्य बालकृष्ण ने लालढांग क्षेत्र के गांव मिट्ठीबेहड़ी में सरकार की ओर से छोटे किसानों को फायदा पहुंचाने वाली विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की।

आचार्य बालकृष्ण ने आर्गेनिक खेती के बारे में जानकारी देने के साथ ही उन्हें हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। कहा कि पतंजलि हमेशा से ही किसानों के हित की बात सोचता रहता है। पहले भी किसानों को कई प्रकार के विभिन्न उन्नत फसलों के बारे में जागरूक करने के साथ ही उनकी सहायता भी की गई। लालढांग एक अति दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण यहां भी विकास की बयार बहे, इसके लिए यहां के छोटे-छोटे किसानों को विभिन्न नई-नई जानकारियों से अवगत कराया जा रहा है। इसके तहत मृदा के प्रकार उपग्रह एवं जीआइएस सूचना प्रणाली के माध्यम से अन्य भोगौलिक पैरामीटर की जानकारी प्राप्त की जा रही है। बताया कि किसानों को आर्गेनिक खेती में गुर सिखाए जाएंगे, जिससे कम लागत से अधिक पैदावार करने के साथ ही आर्गेनिक खेती कर सकें। इसके लिए पंचायत का ड्रोन से सर्वे और मैपिग की जा रही है। क्षेत्र में पतंजलि इंडस्ट्री स्थापित कर स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार सृजन की मांग पर आचार्य ने कहा कि सबसे पहले किसानों के साथ मिलकर ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। उत्पादन बढ़ा तो क्षेत्र में रोजगार की कमी नहीं रह पाएगी। लालढांग क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति बड़ी संख्या में निवास करती है, लेकिन आज भी विकास में पिछड़ी है। इसके लिए सरकार के साथ मिलकर जनजाति के व्यक्तियों को लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व प्रधान जगपाल सिंह ग्रेवाल, शैलेंद्र पाठक, बलराम पाल, मंडल अध्यक्ष भाजपा आलोक द्विवेदी, ऋषिपाल सिंह, महानंद सिंह, जसवीर सिंह, विनोद सैनी, विजय सिंह सहित किसान उपस्थित रहे।

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