सगे भाइयों ने ही उजाड़ दिया बहन का सुहाग, हत्या की वजह जान हैरान रह जाएंगे आप
हरिद्वार में दो भाइयों ने ही रंजिशन बहन के सुहाग को उजाड़ दिया। उन्होंने अपने खराद कारीगर बहनोई की हत्या तंज कसने को लेकर कर दी थी।
हरिद्वार, जेएनएन। दो भाइयों ने ही रंजिशन बहन के सुहाग को उजाड़ दिया। उन्होंने अपने खराद कारीगर बहनोई की हत्या तंज कसने को लेकर कर दी थी। हत्या को अंजाम देने के लिए पहले दोनों भाइयों ने उसे शराब पीने के बहाने घर से बुलाया था और फिर बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। इसके बाद उसका गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। साथ ही कारीगर का मोबाइल तालाब में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बाइक बरामद कर ली है।
भगवानपुर थाने में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि छापुर शेर अफगानपुर गांव निवासी सुखदर्शन की हत्या कर शव गांव के पास ही जंगल में में फेंककर आरोपित फरार हो गए थे। सुखदर्शन कस्बे में वर्कशॉप चलाता था। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो हत्या के पीछे उसके दो सालों की रंजिश सामने आई। पुलिस ने इस मामले में सुखदर्शन के साले मोतीलाल और मुरारी निवासी ग्राम हल्लूमाजरा थाना भगवानपुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मोतीलाल ने हत्या की बात कबूली।
एसपी देहात ने बताया कि मोतीलाल दिल्ली में नौकरी करता था। करीब एक साल पहले मोतीलाल ने अपने बेटी की शादी मक्खनपुर स्थित एक होटल में की थी। शादी के दौरान सुखदर्शन ने अपने साले मोतीलाल पर तंज कसा था कि इतनी शान-शौकत से बेटी की शादी करने की तेरी औकात नहीं है। फिर कैसे इतनी अच्छी तरह से शादी की। यह बात मोतीलाल को चुभ गई। इसके बाद से वह सुखदर्शन से रंजिश रखने लगा था। आरोप है कि कई बार वह रिश्तेदारी में भी इस तरह की बात कह चुका था।
लॉकडाउन के दौरान मोतीलाल हल्लूमाजरा गांव आया हुआ था। इस दौरान भी यह मामला हुआ। जिसके चलते मोतीलाल ने अपने भाई मुरारी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। योजना के मुताबिक उन्होंने बहनोई सुखदर्शन को शराब लेकर आने को कहा। उनकी बातों में आकर सुखदर्शन घर से बाहर आ गया। दोनों भाई उसे बाइक पर बैठाकर ले गए और जंगल में शराब पी। यहां पर भी इनके बीच तंज कसने को लेकर विवाद हुआ। जिस पर दोनों भाइयों ने गला दबाकर बहनोई की हत्या कर दी और फरार हो गए। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर बाइक बरामद की है।
हत्या के बाद सिम तोड़कर तालाब में फेंका था मोबाइल
कारीगर की हत्या के बाद आरोपितों ने उसके मोबाइल का सिम तोड़ दिया था। आरोपितों ने सोचा था कि सिम तोड़ने से उनके गुनाह छिप जाएंगे। आरोपितों ने कारीगर के मोबाइल को अपने गांव के पास तालाब में फेंक दिया था। आरोपितों ने मोबाइल का कवर उतार लिया था। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से कारीगर के मोबाइल का कवर बरामद कर लिया।
एक साल पहले ही हत्या की ठानी थी
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि मोतीलाल ने एक साल पहले ही अपने बहनोई को मौत के घाट उतारने की ठान ली थी। बेटी की शादी को लेकर किए गए तंज के बाद मोतीलाल अपने बहनोई से रंजिश रखने लगा था। इसके बाद भी कई बार जब उसके सामने इस तरह की बात आती रही तो उसने पूरा निश्चय कर लिया। लॉकडाउन के दौरान गांव में फंसने पर उसे हत्या का मौका मिला गया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, शनिवार की शाम करीब सात बजे सुखदर्शन के मोबाइल पर किसी ने फोन करके उसे बुलाया। इसके बाद वह किसी से मिलने की बात कहकर घर से निकल गए। रात करीब नौ बजे तक जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिवार के लोगों ने मोबाइल पर फोन किया, लेकिन मोबाइल नंबर बंद आया। इसके बाद परिवार के लोगों ने तलाश शुरू कर दी। परिवार के लोग रात करीब एक बजे तक उनकी तलाश करते रहे, लेकिन कोई पता नहीं चला। पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई।
रविवार सुबह जब कुछ ग्रामीण गांव के पास ही एक खेत के पास से निकले तो सुखदर्शन का शव पड़ा देखा। ग्रामीणों की सूचना पर परिवार के लोग और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का निरीक्षण किया। कारीगर के चेहरे पर चोट का निशान मिला। साथ ही कान से खून भी बहते हुए मिला। सुखदर्शन के बेटे धीरेंद्र ने पिता की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर दी थी।