स्वस्थ होकर घर लौटे सभी कोरोना संक्रमित मरीज, अब कंटेनमेंट जोन से पाबंदियां हटाने की तैयारी

लक्सर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिले सभी छह लोग उपचार के बाद स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। प्रशासन अब चारों गांवों से पाबंदियां हटाने की तैयारी कर रहा है।

By Edited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 07:24 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 07:57 PM (IST)
स्वस्थ होकर घर लौटे सभी कोरोना संक्रमित मरीज, अब कंटेनमेंट जोन से पाबंदियां हटाने की तैयारी
स्वस्थ होकर घर लौटे सभी कोरोना संक्रमित मरीज, अब कंटेनमेंट जोन से पाबंदियां हटाने की तैयारी

हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिले सभी छह लोग उपचार के बाद स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। प्रशासन अब क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए चारों गांवों से पाबंदियां हटाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है। 

दरअसल, मई माह में जिले के लक्सर क्षेत्र में कोरोना के छह मामले सामने आए थे। इनमें मुंबई महाराष्ट्र से वापस लौटे दरगाहपुर और मुंडाखेड़ा कलां गांव निवासी चार युवकों के अलावा दाबकी कलां गांव निवासी सात वर्षीय एक बालक और अलावलपुर गांव का एक युवक शामिल था। अलावलपुर गांव निवासी युवक भी मुंबई महाराष्ट्र से वापस लौटा था। सभी को उपचार के लिए मेला अस्पताल भेजा गया था। 
इसके अलावा चारों गांवों को कलस्टर कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया था। अब सभी कोरोना से जंग जीतकर डिस्चार्ज हो गए हैं। लक्सर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने इसकी पुष्टि की है। एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमित के स्वस्थ होकर वापस लौटने के बाद अब जिलाधिकारी के आदेश के बाद ही गांवों से पाबंदियां हटाई जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र की स्थिति को लेकर नियमित रूप से रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है।
हरिद्वार में भी होगी कोरोना सैंपल की जांच 
हरिद्वार जिले में भी भी अब कोरोना सैंपल की जांच शुरू हो गई है। मेला अस्पताल में स्थापित ट्रू नेट लैब में अब रोजाना 24 सैंपल की जांच होगी। यहां हरिद्वार के अलावा रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और चमोली जिले के प्रवासियों को संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। इनके कोरोना सैंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश के अलावा दून अस्पताल भेजे जा रहे हैं।
बैकलॉग बढ़ने पर पिछले कुछ दिनों से सैंपल दिल्ली भी भेजे जा रहे हैं। बावजूद इसके करीब 2700 सैंपल की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार जिन लोगों के संस्थागत क्वारंटाइन या कोविड अस्पताल में दस दिन पूरे हो गए हैं उन्हें घर भेजा जा रहा है। इधर, कोरोना सैंपल जांच में तेजी लाने के लिए मेला अस्पताल में भी लैब स्थापित की गई है। ट्रू नेट लैब ने काम करना शुरू कर दिया है।
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