चकबंदी विभाग पर किसान की भूमि बढ़ाने का आरोप

एक किसान के चकबंदी कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर अपनी भूमि चार गुना अधिक दर्शाते हुए विक्रय अनुबंध करने का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 07:38 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 07:38 PM (IST)
चकबंदी विभाग पर किसान  
की भूमि बढ़ाने का आरोप
चकबंदी विभाग पर किसान की भूमि बढ़ाने का आरोप

संवाद सूत्र, लक्सर : एक किसान के चकबंदी कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर अपनी भूमि चार गुना अधिक दर्शाते हुए विक्रय अनुबंध करने का मामला सामने आया है। अधिवक्ता की शिकायत पर एसडीएम पूरण सिंह राणा ने चकबंदी अधिकारी को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

अधिवक्ता सतेंद्र चौधरी ने एसडीएम को शिकायत कर बताया कि गांव में एक किसान को भू प्रबंधन समिति से 0.247 हेक्टेयर भूमि का पट्टा आवंटित किया गया है। आरोप है कि चकबंदी प्रक्रिया के दौरान कर्मचारियों ने किसान की भूमि को चार गुना अधिक दर्शाते हुए दस्तावेजों में अंकित कर दी। इसके बाद किसान ने दो व्यक्तियों से भूमि विक्रय करने का अनुबंध भी कर लिया। उनके शिकायत करने पर विभाग ने जांच के बाद भूमि का रकबा दोबारा 0.247 हेक्टेयर दर्ज कर दिया। इसके बाद एग्रीमेंट को भी निरस्त करने के लिए उन्होंने कोर्ट में वाद दायर की, जहां से मूल रकबे से अधिक भूमि की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी गई। लेकिन इसके बाद भी चकबंदी विभाग ने सरकारी भूमि खुर्द-बुर्द कराने के उद्देश्य से किसान से सांठगांठ कर किसान के नाम पर 1.3092 हेक्टेयर भूमि दर्ज कर दी गई। एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि शिकायत पर जिला बंदोबस्त अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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