मंदिर के पुनर्निर्माण को लेकर बैरागी संतों ने भरी हुंकार

कनखल के बैरागी कैंप क्षेत्र में हनुमान मंदिर और वैष्णव अखाड़ों के निर्माणाधीन भवन ढहा देने के विरोध में दूसरे दिन भी बैरागी संतों का धरना जारी रहा। बैरागी अणि अखाड़ों के श्री महंतों ने एलान किया मंदिर का पुनर्निर्माण न होने तक धरना जारी रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:42 PM (IST)
मंदिर के पुनर्निर्माण को लेकर बैरागी संतों ने भरी हुंकार
मंदिर के पुनर्निर्माण को लेकर बैरागी संतों ने भरी हुंकार

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: कनखल के बैरागी कैंप क्षेत्र में हनुमान मंदिर और वैष्णव अखाड़ों के निर्माणाधीन भवन ढहा देने के विरोध में दूसरे दिन भी बैरागी संतों का धरना जारी रहा। बैरागी अणि अखाड़ों के श्री महंतों ने एलान किया मंदिर का पुनर्निर्माण न होने तक धरना जारी रहेगा।

सोमवार को धरनास्थल पर संतों को संबोधित करते हुए श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि राज्य में हिदूवादी सरकार होते हुए भी जिस प्रकार का अन्याय वैष्णव अखाड़ों के साथ हुआ, उसकी मिसाल मुगलकाल में भी नहीं मिलती है। देश भर के संतों को इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और आंदोलन करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द मंदिर का पुनर्निर्माण कराकर सम्मान के साथ मूर्तियों की स्थापना नहीं की गई, तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।

श्रीपंच निर्वाणी अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप की भूमि पर बड़ी संख्या में अवैध निर्माण किए गए हैं, लेकिन केवल बैरागी अखाड़ों को निशाना बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री की सहमति और सरकार से मिले धन से ही तीनों वैष्णव अखाड़े निर्माण कार्य करा रहे थे, जिसे अधिकारियों ने अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया। पूर्व में निर्मित मंदिरों को भी नहीं बख्शा गया। मंदिरों को तोड़कर मूर्तियां भी हटा दी गई। सनातन धर्म के इस अपमान को कतई सहन नहीं किया जाएगा। श्रीपंच दिगंबर अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत कृष्णदास महाराज ने कहा कि संतों के दम पर बनी हिदूवादी सरकार में संतों का ही उत्पीड़न किया जा रहा है।

महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि सरकार हिदुओं की उपेक्षा कर रही है। हिदुओं के धर्मस्थल तोड़े जा रहे हैं, जबकि अन्य धर्मों के स्थलों को छेड़ा भी नहीं जा रहा। स्वामी प्रकाशानंद ने कहा कि महावीर हनुमान का मंदिर तोड़ने वाले अधिकारियों का पतन होना तय है। आह्वान अखाड़े के महंत गोपाल गिरि महाराज ने कहा कि संतों के दम पर केंद्र से लेकर राज्यों तक सत्ता हासिल करने वाली भाजपा के राज में संतों के ही खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मंच संचालन महंत रघुवीर दास ने किया। इस दौरान महंत संत रामसेवक दास, महंत दुर्गादास, महंत विष्णुदास, महंत बिहारी शरण दास, महंत नारायण दास पटवारी, महंत सूरज दास समेत अनेक संतगण मौजूद रहे।

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