सेवानिवृत्त सिंचाई कर्मी के खाते से उड़ाए 75 हजार रुपये

सिंचाई अनुसंधान संस्थान के सेवानिवृत्त कर्मचारी के खाते से साइबर ठग ने बैंक कर्मचारी बनकर 75 हजार रुपये की रकम साफ कर दी। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 05:17 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 05:17 PM (IST)
सेवानिवृत्त सिंचाई कर्मी के  खाते से उड़ाए 75 हजार रुपये
सेवानिवृत्त सिंचाई कर्मी के खाते से उड़ाए 75 हजार रुपये

जागरण संवाददाता, रुड़की : सिंचाई अनुसंधान संस्थान के सेवानिवृत्त कर्मचारी के खाते से साइबर ठग ने बैंक कर्मचारी बनकर 75 हजार रुपये की रकम साफ कर दी। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सैनिक कालोनी निवासी धर्मपाल त्यागी ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह सिंचाई अनुसंधान संस्थान के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। उन्होंने बताया कि 31 मार्च को उनके बैंक खाते में कहीं से एक लाख 28 हजार रुपये चार किस्तों में आने थे, लेकिन खाते में करीब 82 हजार रुपये दर्शाये गए थे। बैंक खाते से 46 हजार रुपये की निकासी कहां पर हुई। इसका कोई मैसेज उनके पास नहीं आया। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए उन्होंने गुगल पर एसबीआइ का हेल्पलाइन नंबर सर्च कर फोन मिलाया, लेकिन उस समय काल नहीं उठ सकी। कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को एसबीआइ गाजियाबाद का कर्मचारी बताते हुए बात करनी शुरू की। पीड़ित ने उन्हें मामले से अवगत कराया। बैंक का कर्मचारी बने व्यक्ति ने उनकी रकम वापस खाते में भेजने का आश्वासन देते हुए खाते से जुड़ी जानकारी मांग ली। खाते से जुड़ी जानकारी देते ही उनके खाते से 29 हजार रुपये की रकम साफ हो गई। मोबाइल पर खाते से निकासी का मैसेज आने पर पीड़ित को इसकी जानकारी हुई। जब पीड़ित ने उस नंबर पर फोन किया तो आरोपित का नंबर बंद मिला। गंगनहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि पुलिस ने तहरीर पर अग्रवाल निवासी नोएडा सेक्टर 5 एसबीआइ आफिस गाजियाबाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिस नंबर से फोन आया था उसकी काल डिटेल खंगाली जा रही है।

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