पैथोलाजी लैब के कर्मचारी से 15 हजार की ठगी
पैथोलाजी लैब के कर्मचारी को सेना का अधिकारी बताकर छावनी क्षेत्र में खून टेस्ट कराने का कैंप लगाने का झांसा देकर एक ठग ने 15 हजार रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने फीस की रकम चुकाने के लिए बार कोड स्कैन करने के लिए कहा था। पुलिस अब यह मामला साइबर सेल भेजने की तैयारी कर रही है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : पैथोलाजी लैब के कर्मचारी को सेना का अधिकारी बताकर छावनी क्षेत्र में खून टेस्ट कराने का कैंप लगाने का झांसा देकर एक ठग ने 15 हजार रुपये की ठगी कर ली। आरोपित ने फीस की रकम चुकाने के लिए बार कोड स्कैन करने के लिए कहा था। पुलिस अब यह मामला साइबर सेल भेजने की तैयारी कर रही है।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के गणेशपुर में एक पैथोलाजी लैब है। इस लैब में अमन निवासी रामपुर, गंगनहर कोतवाली रुड़की कर्मचारी है। रविवार को लैब के कर्मचारी के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह रुड़की सेना छावनी में सेना का अधिकारी है। उसने बताया कि उन्हें छावनी में खून टेस्ट करने का एक कैंप लगाना है। इसके लिए उन्हें पैथोलाजी लैब की सेवा लेनी है। उसकी बातों में आकर कर्मचारी ने खून टेस्ट करने की हामी भर दी। अमन ने बताया कि खून टेस्ट करने की फीस करीब 38 हजार रुपये होगी। सेना का अधिकारी बने व्यक्ति ने अमन को विश्वास में लेने के लिए वाट्सएप पर अपना आधार कार्ड, कैंटीन का कार्ड और सेना की वर्दी वाला फोटो भी भेज दिया। इसके बाद उसने अमन को बताया कि वह उनके मोबाइल पर एक बार कोड भेज रहे है। इस बार कोड को स्कैन करते ही उनकी फीस के 38 हजार रुपये उसके खाते में आ जाएंगे। उसकी बातों में आकर पैथोलाजी कर्मचारी ने बार कोड स्कैन कर लिया। बार कोड के स्कैन करते ही लैब कर्मचारी के खाते से 15 हजार रुपये की निकासी हो गई। निकासी का मैसेज आने पर उन्हें इसका पता चला। पीड़ित ने इस बाबत गंगनहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। गंगनहर कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष कुमार पैथवाल ने बताया कि मामला जांच के लिए साइबर सेल भेजा जा रहा है।