संविदा कर्मियों की हड़ताल से आरटीआर में काम काज ठप
वन संविदाकर्मियों की हड़ताल से आरटीआर में दैनिक कार्य व सुरक्षा व्यवस्था चरमराने लगी है। इसको देखते हुए पार्क प्रशासन ने एक तरफ वन कर्मियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है वहीं तरफ टाइगर मॉनीटरिंग टीम व फायर वॉचरों को संविदा कर्मियों के बदले की ड्यूटी सौंपी गई हैं।
संवाद सूत्र, रायवाला : वन संविदाकर्मियों की हड़ताल से राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) में दैनिक कार्य व सुरक्षा व्यवस्था चरमराने लगी है। इसको देखते हुए पार्क प्रशासन ने एक तरफ वन कर्मियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है वहीं दूसरी तरफ टाइगर मॉनीटरिंग टीम व फायर वॉचरों को संविदा कर्मियों के बदले की ड्यूटी सौंपी गई हैं। मंगलवार को हड़ताल के दूसरे दिन पार्क की कई रेंजों में दैनिक कार्य व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। हड़ताल का सबसे ज्यादा असर पर्यटन रेंज चीला व गौहरी में पड़ा है। यहां पर्यटक गेटों को खोंलने व अन्य कार्यों के लिए टाइगर मॉनीटरिंग टीम व फायर वॉचरों से काम लिया जा रहा है। ऐसे में टाइगर मॉनीटरिेंग का कार्य ठप है। वहीं हाथी प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक गश्त के लिए कर्मचारियों का अभाव हो गया है। बता दें कि पार्क में वेतन के लिए जिम्मेदार कंपनी पर मनमानी का आरोप व समय पर वेतन न मिलने सहित अन्य मांगों को लेकर वन संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं। आउटसोर्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश चंदेल ने बताया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जायेगी तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
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वन कर्मियों की छुट्टी पर रोक
हड़ताल के व्यापक असर को देखते हुए वन अधिकारी चिंतित है। उप वन निदेशक पुनीत तोमर ने रेंज अधिकारियों को पत्र भेजकर फील्ड वन कर्मियों की छुट्टी रद करने व अग्रिम आदेश तक छुट्टी न मंजूर के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने हरिद्वार, मोतीचूर व कांसरों में रेल ट्रैक पर विशेष चौकसी बरतने, रेलवे से संपर्क बनाकर सुरक्षा के इंतजाम करने तथा सभी कर्मियों की रात्रि ड्यूटी अनिवार्य रूप लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विलेज प्रोटेक्शन टीम का भी सहयोग लेने को कहा है।
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वन आरक्षी, वन बीट अधिकारी संघ ने दिया समर्थन
संघ के अध्यक्ष काक्का व महासचिव फरमान अली ने आउट सोर्स वन कर्मचारी संघ की हड़ताल को समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि संविदाकर्मियों की मांग जायज है, इन पर तत्काल निर्णय लिया जाना चाहिए।
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