चिटाड़ में मां काली के शाही स्नान को महिलाओं ने जुटाई रकम

बलवीर सिंह भंडारी कालसी जौनसार के चिटाड़ मंदिर में सात साल बाद काली माता का जागड़ा पव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 09:15 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 09:15 PM (IST)
चिटाड़ में मां काली के शाही स्नान को महिलाओं ने जुटाई रकम
चिटाड़ में मां काली के शाही स्नान को महिलाओं ने जुटाई रकम

बलवीर सिंह भंडारी, कालसी :

जौनसार के चिटाड़ मंदिर में सात साल बाद काली माता का जागड़ा पर्व मनाया गया। इस दौरान मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकली काली मां की देव डोली को शाही स्नान के लिए यमुना में ले जाया गया। गाजे-बाजे के साथ निकली देव डोली के साथ सैकड़ों श्रद्धालु पदयात्रा में शामिल रहे। शाही स्नान के बाद देव डोली के गांव में पहुंचने पर स्थानीय महिलाओं ने परंपरागत अंदाज में तांदी नृत्य की प्रस्तुति से मां काली की स्तुति की।

जनजाति क्षेत्र जौनसार के सुदूरवर्ती चिटाड़ गांव में मां काली का प्राचीन मंदिर है। लोक परंपरा के अनुसार यहां पांच व सात साल के बीच एक बार मां काली का शाही स्नान कराया जाता है। गांव की दियानटुडियां यानि स्थानीय महिलाओं ने इस बार सात साल बाद मां काली का शाही स्नान स्वयं के खर्चे पर कराया। इसके लिए गांव की विवाहिता महिलाओं व बेटियों ने करीब तीन लाख चंदे की रकम जुटाई। लोक मान्यता के अनुसार पांच व सात साल में एक बार मां काली को यमुना में शाही स्नान के लिए चालदा महासू की देव डोली में ले जाने की परंपरा है। देव डोली के साथ मां काली का छतर भी साथ रहता है। मां काली के मंदिर में विराजमान होने के मौके पर बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर धर्म लाभ कमाया। इस दौरान ग्रामीणों ने देव डोली को कंधा लगाकर मां काली से आर्शीवाद लिया। इस मौके पर प्रधान सूरमा देवी, जौनसार के लोक गायक एवं नाटी किग धर्मेंद्र परमान, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप चौहान, ठाणी रघुवीर सिंह, स्याणा केशर सिंह, सावित्री चौहान, सुमित्रा, बिद्रा, रेखा परमार, जगदंबा देवी, बाबू सिंह, राजेंद्र सिंह, रणदेई, जलमा देवी व सरदार सिंह आदि मौजूद रहे।

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