टिहरी गढ़वाल : दूरस्थ गंगी गांव के ग्रामीणों की पुल की मांग कब होगी पूरी

टिहरी जनपद के सीमांत गांव गंगी के ग्रामीणों की पुल की मांग कब पूरी होगी। ग्रामीण वर्षों से पैदल पुल की मांग कर रहे हैं। पुल न होने से पर्यटक स्थल पंवाली कांठा व त्रिजुगीनारायण पहुंचने को पर्यटकों को लंबी पैदल दूरी नापनी पड़ती है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 04:21 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 04:21 PM (IST)
टिहरी गढ़वाल : दूरस्थ गंगी गांव के ग्रामीणों की पुल की मांग कब होगी पूरी
दूरस्थ गंगी गांव के ग्रामीणों की पुल की मांग कब होगी पूरी।

संवाद सहयोगी, नई टिहरी। जिले के सीमांत गांव गंगी अभी दो-तीन साल पहले सड़क से तो जुड़ा है, लेकिन ग्रामीणों की समस्याएं अभी भी कम नहीं हुई। ग्रामीणों की वर्षों पुरानी पैदल पुल की मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई। जिससे पर्यटक स्थल पंवाली कांठा व त्रिजुगीनारायण पहुंचने के लिए पर्यटकों व यात्रियों को लंबी पैदल दूरी नापनी पड़ती है।

गंगी गांव से पास घान नामे तोक से एक मार्ग त्रिजुगीनारायण व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पंवाली कांठा को जाता है, जिसमें बीच में भिलंगना नदी पड़ती है। यहां पर नदी का तीव्र वेग होने के कारण दुर्घटना का भय बना रहता है। यहां पर पैदल पुल की सुविधा नहीं होने के कारण गंगी गांव पहुंचने वाले पर्यटक व तीर्थ यात्रियों को फिर से वापस घुत्तू आकर पंवाली कांठा जाना पड़ता है। इसमें लगभग 35 से 40 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे यात्रियों का समय बर्बाद होता है। यहां पर पुल बनने से यात्रियों को पंवाली कांठा पहुंचने के लिए महज पांच किमी की दूरी तय करनी पड़ती और दस किमी की दूरी तय कर त्रिजुगीनारायण पहुंचा जाता। जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलता।

गंगी के ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अभी तक किसी ने ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित अधिकारियों ने गंगी गांव का दौरा किया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य केदार बर्त्‍वालय का कहना है कि उन्होंने भी जनप्रतिनिधियों सहित कई मंचों पर यह मांग उठाई, लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। यह क्षेत्र रिजर्व फारेस्ट के अंतर्गत आता है। लिहाजा इस संबंध मे वन मंत्री हरक सिंह को भी अवगत कराया, लेकिन मामला आगे नहीं बढा। क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रेम देई, प्रधान लक्ष्मी देवी, धर्म सिंह, वीर सिंह, बलदेव सिंह आदि ने इस संबंध में शासन-प्रशासन से घान नामे तोक में पुल निर्माण की मांग की है।

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