उत्‍तराखंड में प्रत्येक ब्लाक और महाविद्यालय में स्थापित होंगी वाटर टेस्टिंग लैब

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के सभी ब्लाक और महाविद्यालयों में वाटर टेस्टिंग लैब स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पेयजल जनस्वास्थ्य से जुड़ा मसला है इसलिए पेयजल की शुद्धता पर ध्यान देना जरूरी है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:30 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:30 AM (IST)
उत्‍तराखंड में प्रत्येक ब्लाक और महाविद्यालय में स्थापित होंगी वाटर टेस्टिंग लैब
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा की।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के सभी ब्लाक और महाविद्यालयों में वाटर टेस्टिंग लैब स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पेयजल जनस्वास्थ्य से जुड़ा मसला है, इसलिए पेयजल की शुद्धता पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गर्मियों में प्रदेश के जिन क्षेत्रों में पेयजल कम होने की आशंका है, उन्हें 15 मार्च तक चिह्नित कर लिया जाए, ताकि वहां अन्य माध्यमों से पेयजल आपूर्ति की जा सके। उन्होंने जल जीवन मिशन (शहरी) की भी कार्ययोजना शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए।

बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल की उपलब्धता का लक्ष्य अविलंब पूर्ण किया जाए। जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जो कनेक्शन दिए जा रहे हैं, उनमें निर्धारित मानकों का पालन करते हुए लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। उन्होंने जलजीवन मिशन के तहत हरिद्वार एवं ऊधमसिंह नगर में संचालित किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के साथ ही लक्ष्यों के साथ नियमित निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना को समय से पूरा करने के लिए यदि अतिरिक्त कार्मिकों की जरूरत हो तो इसकी व्यवस्था भी तत्काल कर ली जाए। जिलाधिकारी भी इसकी नियमित निगरानी करें। जल जीवन मिशन के तहत निर्धारित किए गए लक्ष्य समय पर पूरे किए जाएं। हर घर नल एवं शुद्ध जल के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। बैठक में सचिव सौजन्या, प्रभारी सचिव आर राजेश कुमार, मुख्य अभियंता वीके पांडे व महाप्रबंधक नीलिमा गर्ग आदि उपस्थित थे।

ग्रामीण क्षेत्र में दिए गए 3.96 लाख कनेक्शन

बैठक में सचिव पेयजल नितेश झा ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में 14.26 लाख कनेक्शन दिए जाने हैं। इस योजना के तहत 176.41 करोड़ स्वीकृत करने के साथ ही 145.11 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 18691 स्कूलों में से 16559 स्कूल तथा 16853 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 13444 में नल से पानी उपलब्ध कराया जा चुका है। इस वर्ष चमोली, देहरादून एवं बागेश्वर में हर घर पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड पुलिस को मिला पहला महिला कमांडो दस्ता, 22 महिला कर्मियों ने शिफूजी से लिया कड़ा परिश्रम

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी