गंगा तट पर आयोजित होगी जल संसद

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व उनके परिवार से भेंट कर गंगा तट पर आयोजित होने वाली जल संसद पर चर्चा की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:16 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:16 PM (IST)
गंगा तट पर आयोजित होगी जल संसद
गंगा तट पर आयोजित होगी जल संसद

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व उनके परिवार से भेंट कर गंगा तट पर आयोजित होने वाली जल संसद पर चर्चा की।

मुलाकात के दौरान स्वामी चिदानंद ने कहा कि बदलते मौसम, ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज के कारण सूखे की वजह से भारत के कुछ प्रदेश जल संकट से जूझ रहे हैं। भारत में दुनिया की आबादी का 16 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन भारत के पास दुनिया के स्वच्छ जल संसाधनों का केवल चार प्रतिशत हिस्सा ही है। दिन प्रति दिन भारत में जल संकट की समस्या गंभीर हो रही है, जिसने देश वासियों को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा राष्ट्रीय स्तर की जल संसद का आयोजन शीघ्र ही परमार्थ निकेतन गंगा तट पर होगा। जल संसद में भारत सहित वैश्विक स्तर के जल विशेषज्ञ, जल के क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठन, स्कालर्स और जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हमारे जल प्रेमियों को आमंत्रित कर जल संरक्षण और जल के बेहतर प्रबंधन पर चर्चा की जाएगी। ताकि जल क्रांति, जन क्रांति बनें। जल चेतना, जन चेतना बनें और जल जागरण, जन जागरण बनें।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जल संरक्षण और जल का प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए आमजन को जागरूक करना नितांत आवश्यक है। परमार्थ गंगा तट से जो संदेश जाएगा वह दूर तक और प्रभावी होगा। सरकार का हमेशा से ही प्रयास रहा है कि स्वच्छ जल की उपलब्धता अंतिम खड़े व्यक्ति तक हो, क्योंकि स्वच्छ जल पर सभी का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जल संसद में मां गंगा के तट पर स्थित पांच राज्यों के सांसदों, मंत्रीगण और जल विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाए ताकि स्थानीय समस्याओं के हिसाब से समाधान प्राप्त किया जा सके।

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