व्यासी जल विद्युत परियोजना से मिलेगी प्रतिवर्ष 353 मिलियन यूनिट बिजली

देहरादून में प्रधानमंत्री मोदी ने 120 मेगावाट क्षमता की व्यासी जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण किया। इसकी यह विशेषता यह है कि इससे प्रतिवर्ष करीब 353 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। अब पछवादून में छह विद्युत परियोजनाएं संचालित होंगी।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 11:23 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:23 AM (IST)
व्यासी जल विद्युत परियोजना से मिलेगी प्रतिवर्ष 353 मिलियन यूनिट बिजली
हथियारी जुडडो स्थित व्यासी जल विद्युत परियोजना।

जागरण संवाददाता, विकासनगर। 120 मेगावाट क्षमता की व्यासी जल विद्युत परियोजना का शनिवार को दून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकार्पण किया। व्यासी जल विद्युत परियोजना की विशेषता यह है कि इससे प्रतिवर्ष करीब 353 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इस परियोजना के लोकार्पण के बाद पछवादून में अब छह विद्युत परियोजनाएं संचालित होंगी। इससे पहले पछवादून में छिबरौ, खोदरी, ढालीपुर, ढकरानी और कुल्हाल जल विद्युत उत्पादन केंद्र संचालित हो रहे हैं।

व्यासी परियोजना देहरादून जिले के हथियारी जुड्डो में यमुना नदी पर स्थित रन आफ रिवर जलविद्युत परियोजना है। आवश्यक समस्त स्वीकृतियों को प्राप्त करने के उपरान्त वर्ष 2014 में परियोजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया, जिसकी इसी माह कमिशिनिंग की जा रही है। इस परियोजना की लागत 1777.30 करोड़ है। निर्माण की अवधि में परियोजना प्रभावित व्यक्तियों के लिए तृतीय श्रेणी में 57 स्थायी और लगभग 25 लाख मानव दिवस रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। परियोजना के संचालन और अनुरक्षण के लिए अतिरिक्त स्थायी और अस्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। लखवाड़ व्यासी परियोजना के अधिशासी निदेशक राजीव अग्रवाल ने बताया कि परियोजना के हिमाच्छादित क्षेत्र को मिलाकर जल ग्रहण क्षेत्र 21 सौ वर्ग किमी है। कुल डिजाइन डिस्चार्ज 120 क्यूमेक्स होगा।

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शंटिंग के दौरान इंजन पटरी से उतरा, हड़कंप

लक्सर रेलवे स्टेशन पर शंटिंग के दौरान इंजन पटरी से उतर गया। लोको पायलट ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। इसके बाद रेलवे की तकनीकी टीम मौके पर पहुंची। बाद में इंजन को वापस पटरी पर चढ़ाया गया। शनिवार की शाम के करीब सात बजे लक्सर में खाली इंजन का शंटिंग कराया जा रहा था। इसी दौरान आउटर की ओर इंजन का एक चक्का पटरी से उतर गया। लोको पायलट ने सूचना कंट्रोल रूम को दी। इंजन के पटरी से उतरने की सूचना पर हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही विभाग की तकनीकी टीम और अधिकारी मौके पर पहुंचे। इंजन को वापस पटरी पर लाने के लिए कवायद शुरू की गई। लगभग एक घंटे की कवायद के बाद इंजन वापस पटरी पर आ गया। केवल इंजन होने से किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि हादसे से ट्रेनों के आवागमन पर असर नहीं पड़ा है।

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