पंद्रह वर्षो से बंद पड़े एएनएम केंद्र को खोला जाए जल्द

संवाद सूत्र चकराता प्रखंड से जुड़े माख्टी गांव में ग्रामीण जनता की स्वास्थ्य सेवा के लिए खोले गए

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 02:20 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 02:20 AM (IST)
पंद्रह वर्षो से बंद पड़े एएनएम केंद्र को खोला जाए जल्द
पंद्रह वर्षो से बंद पड़े एएनएम केंद्र को खोला जाए जल्द

संवाद सूत्र, चकराता: प्रखंड से जुड़े माख्टी गांव में ग्रामीण जनता की स्वास्थ्य सेवा के लिए खोले गए एएनएम केंद्र में डेढ़ दशक से कोई स्टाफ कर्मी तैनात नहीं है। जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों को बीमार पड़ने पर उपचार के लिए कई किमी दूर चकराता व विकासनगर अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। मामले में पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत रामशरण नौटियाल ने मुख्य चिकित्साधिकारी से मुलाकात कर एएनएम केंद्र में स्टाफ कर्मियों की तैनाती जल्द करने की मांग की।

जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवा का बुरा हाल है। कहने को यहां कई अस्पताल व स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। लेकिन, कई जगह डॉक्टर, फार्मेसिस्ट व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती नहीं होने से ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा। ऐसा ही हाल जौनसार के माख्टी क्षेत्र में बने एएनएम सेंटर का है। यहां ग्रामीण जनता की स्वास्थ्य सेवा के लिए लाखों की लागत से बने एएनएम केंद्र में पिछले 15 वर्षों से कोई स्वास्थ्य कर्मी तैनात नहीं है। स्टाफ की कमी से एएनएम केंद्र बंद है। इस एएनएम केंद्र से आसपास क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों की स्वास्थ्य सेवा जुड़ी है। ऐसे में स्थानीय जनता को स्वास्थ्य सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा। स्वास्थ्य सेवा से बेहाल ग्रामीण जनता की समस्या देख पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत रामशरण नौटियाल के नेतृत्व में कुछ ग्रामीणों ने सीएमओ से मुलाकात कर उन्हें समस्या बताई। स्थानीय गंभीर चौहान, टीकम खन्ना, नरेंद्र सिंह, कमल राणा, कुलदीप चौहान, खुशीराम जोशी, शूरवीर चौहान व देवेंद्र आदि ने कहा सरकार ने लाखों की लागत से माख्टी में एएनएम केंद्र की बिल्डिग तो बना दी, लेकिन केंद्र में किसी स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती नहीं की। जिस कारण दूर-दराज के ग्रामीणों को बीमार पड़ने पर उपचार के लिए गांव से कई किमी दूर चकराता व विकासनगर अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी प्रसव पीड़ा के दौरान ग्रामीण महिलाओं को झेलनी पड़ती है। जिन्हें आपातकालीन समय में जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। एएनएम केंद्र में कोई स्टाफ नहीं होने से क्षेत्र में टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित है। ग्रामीणों के कई बार शिकायत करने पर स्वास्थ्य विभाग अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे। जिसका खामियाजा स्थानीय ग्रामीण जनता भुगत रही है। पूर्व अध्यक्ष जिपं रामशरण नौटियाल ने सीएमओ से जनहित में बिना स्टाफ के डेढ़ दशक से बंद पड़े एएनएम केंद्र माख्टी में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती शीघ्र करने की मांग की। पूर्व अध्यक्ष जिपं ने सीएमओ को बताया कि जौनसार-बावर के कई स्वास्थ्य उपकेंद्रों में नियुक्त फार्मेसिस्ट, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अटैचमेंट व्यवस्था पर पहाड़ के बजाय सुविधाजनक स्थल पर जुगाड़बाजी से नौकरी कर रहे हैं। जबकि इनकी तनख्वाह पहाड़ के मूल तैनाती स्थल से निकल रही है। उन्होंने सीएमओ से अटैचमेंट व्यवस्था पर तैनात संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को मूल तैनाती पर भेजने की मांग की। जिससे पहाड़ में दम तोड़ रही स्वास्थ्य सेवा पटरी पर लौट सके। कहा क्षेत्र में स्टाफ कर्मियों की तैनाती से ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सकेगा। मामले में सीएमओ ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

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