सड़क की मांग पर 254 किमी चलकर सीएम से मिले ग्रामीण, पढ़ि‍ए पूरी खबर

घाट- नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर ग्रामीण चमोली के घाट से देहरादून तक पैदल पद यात्रा कर पहुंच गए। चार अप्रैल को घाट से शुरू हुई पद यात्रा 13 दिन बाद 254 किलोमीटर का सफर तय कर दून पहुंची है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 01:55 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 01:55 PM (IST)
सड़क की मांग पर  254 किमी चलकर सीएम से मिले ग्रामीण, पढ़ि‍ए पूरी खबर
मांग को लेकर हाथीबड़ाकला बैरिकेडिंग के समीप धरना प्रदर्शन करते नंदप्रयाग के ग्रामीण।

जागरण संवाददाता, देहरादून। घाट- नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर ग्रामीण चमोली के घाट से देहरादून तक पैदल पद यात्रा कर पहुंच गए। चार अप्रैल को घाट से शुरू हुई पद यात्रा 13 दिन बाद 254 किलोमीटर का सफर तय कर दून पहुंची है। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच कर अपनी मांगे उठाई। हालांकि, पुलिस ने आंदोलनकारियों को हाथीबड़कला चौक पर ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। आक्रोशित आंदोलनकारियों देर शाम तक यहीं धरने पर बैठे रहे। 

घाट व्यापार संघ के अध्यक्ष चरण सिंह नेगी के नेतृत्व में दून पहुंचे आंदोलनकारियों ने सुबह करीब नौ बजे मियांवाला से अपनी पैदल यात्रा शुरू की। 11 बजे करीब इन्हें हाथीबड़कला चौक पर रोक दिया गया। नेगी ने कहा कि साल 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर नंदप्रयाग-घाट (19 किलोमीटर) के सड़क को डेढ़ लेन करने की घोषणा की थी। वर्ष 2018 में इसके लिए शासन आदेश और करीब सवा करोड़ का बजट भी जारी हो गया। लेकिन बाद में एनएच के नियमों का हवाला देते हुए सड़क चौड़ीकरण का काम कभी शुरू ही नहीं हो सका। लक्ष्मण सिंह राणा ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में आंदोलन को वृहद रूप दिया गया। इसके बाद 10 जनवरी को 7000 लोग की मानव श्रृंखला, जनता रैली, तिरंगा रैली, एक मार्च को विधानसभा सत्र का घेराव, समेत कई आंदोलन कर अपनी मांग उठा चुके हैं। 

अब वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट के बीच 20 किलोमीटर की सड़क डेढ़ लेन करने की घोषणा तो कर दी। लेकिन इससे पहले सड़क सौंदर्यीकरण के लिए एक टेंडर निकाल दिया। उन्होंने बताया कि स्थानीय निवासियों को आशंका है कि सौंदर्यीकरण की आड़ में सड़क के चौड़ीकरण का काम टाल दिया जाएगा। देर शाम थराली विधायक मुन्नी देवी शाह के साथ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह से मुलाकात कर सौंदर्यीकरण का टेंडर निरस्त करने और चौड़ीकरण का शासन आदेश एवं बजट जल्द से जल्द जारी करने की मांग की। 

वार्ता के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आश्वासन दिया कि सड़क के चौड़ीकरण के लिए जल्द शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण के लिए जारी धनराशि चौड़ीकरण में ही इस्तेमाल की जाएगी।  इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य दीपक रतूड़ी, टैक्सी यनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह, दिनेश सिंह नेगी, तुलाराम पांडे, लक्ष्मण राणा, गुड्डू लाल, दीपक, प्रकाश भंडारी, राम सिंह, फते सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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