चकराता में वैक्सीनेशन को स्लॉट नहीं मिलने से ग्रामीण निराश
संवाद सूत्र चकराता जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के केंद्र सीएचसी चकराता में तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। लेकिन स्थानीय युवाओं को टीका लगवाने को केंद्र में स्लॉट नहीं मिल पा रहा है।
संवाद सूत्र, चकराता: जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के केंद्र सीएचसी चकराता में तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। लेकिन स्थानीय युवाओं को टीका लगवाने को केंद्र में स्लॉट नहीं मिल पा रहा है। सीमांत क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या व जानकारी के अभाव में अधिकांश लोग अपना पंजीकरण तक नहीं करा पा रहे हैं। दुर्गम इलाकों में टीकाकरण के लिए अपनाई गई ऑनलाइन पंजीकरण और स्टॉल लेने की जटिल प्रक्रिया के चलते स्थानीय ग्रामीण वैक्सीन नहीं लगने से निराश है। पद्मश्री प्रेमचंद शर्मा समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने सरकार से टीकाकरण की प्रक्रिया को सरल करने की मांग की है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने दो दिन पहले 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण की शुरुआत की। स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी चकराता को वैक्सीनेशन केंद्र बनाया है। यहां टीकाकरण के पहले दिन सौ नागरिकों ने अपना ऑनलाइन पंजीकरण कराया था और स्लॉट बुक होने पर सिर्फ 28 लोग वैक्सीनेशन के लिए चकराता पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों की माने तो स्लॉट बुक होने पर वैक्सीनेशन के लिए चकराता पहुंचे यह सभी लोग देहरादून के रहने वाले हैं। स्थानीय ग्रामीणों को टीकाकरण का लाभ न मिलने पर ब्लॉक प्रमुख निधि राणा ने नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों से इसकी शिकायत की। साथ ही पहाड़ में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग की। बुधवार को चकराता में 107 नागरिकों को टीका लगा। जिसमें अधिकांश लोग देहरादून के बताए जा रहे हैं, जो स्लॉट बुक होने पर वैक्सीनेशन के लिए चकराता पहुंचे। जौनसार के अटाल निवासी पद्मश्री प्रेमचंद शर्मा, कनिष्ठ उपप्रमुख शमशेर सिंह चौहान, ज्येष्ठ उपप्रमुख विजपाल सिंह तोमर, चकराता ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष दिलीप तोमर, महासचिव हरीश राजगुरु, उत्तराखंड कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद चौहान, कालसी ब्लॉक के पूर्व कनिष्ठ उपप्रमुख खजान नेगी, युवा कल्याण समिति अटाल-सैंज के अध्यक्ष बसंत शर्मा व क्षेत्रपंचायत सदस्य विक्रम पंवार ने कहा विषम भौगोलिक परस्थिति वाले जौनसार-बावर के सीमांत इलाकों में नेटवर्क की बड़ी समस्या है। साथ ही जानकारी के अभाव में अधिकांश ग्रामीण तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पा रहे। जिन ग्रामीणों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है, उन्हें स्लॉट नहीं मिल पा रहा। स्लॉट बुकिग का समय कम होने से स्थानीय ग्रामीणों की जगह देहरादून और अन्य जगह के लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। जिससे स्थानीय ग्रामीण टीकाकरण से वंचित है। कहा क्षेत्र में अधिकांश ग्रामीणों के पास स्मार्ट फोन की सुविधा नहीं है। साथ ही दुर्गम क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों की सुविधा को त्यूणी, कथियान, अटाल, हनोल, चिल्हाड़, कोटी-कनासर, बुल्हाड़, क्वांसी, मानथात, लाखामंडल, बरौंथा, क्वानू और आसपास के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण की व्यवस्था करने की मांग की। जिससे स्थानीय लोग वैक्सीनेशन का लाभ उठा सकेंगे।
स्लॉट बुक कराने की प्रक्रिया कराई जाए ठीक
विकासनगर: नगर पालिका के वार्ड पांच के सभासद अंकित जोशी ने वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक कराने की समस्या को ठीक कराने की मांग स्वास्थ्य महकमे से की है। कहा कि विगत तीन दिन से आशाराम वैदिक इंटर कॉलेज विकासनगर में 18 से ऊपर के युवाओं को वैक्सीन लगाई जा रही है। कहा कि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में भी विकासनगर क्षेत्र के युवाओं को गड़बड़ी का अंदेशा है। क्योंकि लगभग तीन बजे से क्षेत्र के युवा वैक्सीनेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया में लगे हैं, लेकिन चार बजे ऑनलाइन एप्लीकेशन की विडो खुले बिना ही बुकिग फुल बता रहा है। इस संबंध में उन्होंने उप जिला चिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप चौहान से शिकायत की।
त्यूणी अस्पताल को मिले पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
चकराता: विधायक प्रीतम सिंह की पहल पर जिलाधिकारी ने बुधवार को जनपद देहरादून के सबसे दूरस्थ राजकीय अस्पताल त्यूणी में कोविड मरीजों की स्वास्थ्य सेवा को पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए हैं। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष जिलापंचायत चमन सिंह ने प्रभारी चिकित्साधिकारी त्यूणी डा. नरेंद्र राणा को पांचों ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पताल के सुपुर्द किए। चमन सिंह ने कहा तहसील क्षेत्र से जुड़े करीब साठ गांवों की स्वास्थ्य सेवा का जिम्मा संभाले राजकीय अस्पताल त्यूणी में चकराता विधायक के प्रयासों से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिलने से कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में मदद होगी। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने कहा के अस्पताल के अलग वार्ड में कोविड मरीजों के उपचार को दस बैड की व्यवस्था की जा रही है। जिससे मरीजों को भर्ती कराया जा सकेगा।