भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को विजिलेंस ने 20 हजार रुपये रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, रजिस्ट्रेशन के लिए मांग रहा था रकम

विजिलेंस की टीम ने भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित रजिस्ट्रेशन के लिए ये रकम मांग रहा था। डीआइजी विजिलेंस अरुण मोहन जोशी ने बताया कि 17 अप्रैल को एक व्यक्ति ने शिकायती पत्र दिया था।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:30 AM (IST)
भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को विजिलेंस ने 20 हजार रुपये रिश्वत लेते किया गिरफ्तार, रजिस्ट्रेशन के लिए मांग रहा था रकम
विजिलेंस की टीम ने भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: विजिलेंस की टीम ने भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित रजिस्ट्रेशन के लिए ये रकम मांग रहा था। डीआइजी विजिलेंस अरुण मोहन जोशी ने बताया कि 17 अप्रैल को एक व्यक्ति ने शिकायती पत्र दिया था कि वह डिप्लोमा ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसन (डीएएम) कर चुका है। उसे प्राइवेट प्रैक्टिस के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद में पंजीकरण कराना है।

शिकायतकर्ता ने बताया कि जब वह परिषद के बलवीर रोड स्थित दफ्तर में रजिस्ट्रार रणवीर सिंह पंवार से मिला तो आरोपित ने पीडि़त को पत्रावली लेकर अपने बंजारावाला स्थित के पास ज्वेलर्स की दुकान के बाहर बुलाया। यहां उससे बतौर रिश्वत 80 हजार रुपये की मांग की। शिकायतकर्ता ने अपनी आॢथक स्थिति का हवाला देते हुए यह रकम देने में असमर्थता जताई तो आरोपित 50 हजार रुपये लेकर रजिस्ट्रेशन करने को सहमत हुआ।शिकायतकर्ता ने अपना रजिस्ट्रेशन फार्म अपने परिचित डॉ. सालिव सिद्दीकी के साथ जाकर रणवीर सिंह पंवार को दिया। इसके बाद डॉ. सालिव सिद्दीकी के पास  रुपये देने के लिए आरोपित के फोन आने लगे। आरोपित ने यह भी कहा कि रिश्वत के पैसों के अलावा रजिस्ट्रेशन फीस के पांच हजार रुपये अलग से देने होंगे। आरोपित ने सोमवार को शिकायतकर्ता व उसके परिचित को बाकी के रुपये लेकर भारतीय चिकित्सा परिषद कार्यालय के पास बुलाया। विजिलेंस की टीम ने ट्रेप लगाकर आरोपित रणवीर सिंह पंवार निवासी टी एस्टेट, बंजारावाला को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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गिरफ्तारी करने वाली टीम होगी पुरस्कृत

डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। वहीं जनता से अपील की है कि यदि सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है तो इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 18001806666 व वाट्सएप नंबर 9456592300 पर दे सकते हैं। 

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