साइबर ठगी के शिकार लोगों को हेल्पलाइन से मिलेगी मदद, जानिए किस तरह काम करेगा ई-सुरक्षा चक्र

साइबर ठगी व आर्थिक अपराध होने पर अब पीडि़त को थाना और चौकी के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। पीडि़त हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे। प्रदेश में बढ़ रहे साइबर ठगी व आर्थिक अपराध के मामलों को देखते हुए पुलिस ने ई-सुरक्षा चक्रÓ शुरू किया है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:50 AM (IST)
साइबर ठगी के शिकार लोगों को हेल्पलाइन से मिलेगी मदद, जानिए किस तरह काम करेगा ई-सुरक्षा चक्र
पीडि़त हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

जागरण संवाददाता, देहरादून: साइबर ठगी व आर्थिक अपराध होने पर अब पीडि़त को थाना और चौकी के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। पीडि़त हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकेंगे। प्रदेश में बढ़ रहे साइबर ठगी व आर्थिक अपराध के मामलों को देखते हुए पुलिस ने 'ई-सुरक्षा चक्रÓ शुरू किया है। 

गुरुवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेंद्रनगर में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान ई-सुरक्षा चक्र का हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया।

स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ई-सुरक्षा चक्र में साइबर सेल, राज्य के विभिन्न पुलिस स्टेशन व साइबर थाना के बीच समन्वय बनाया गया है। ई-सुरक्षा चक्र का मकसद पीडि़त को केंद्रीय पुलिसिंग के माध्यम से तत्काल राहत प्रदान करना, महिलाओं व बच्चों से संबंधी साइबर अपराध पर तुरंत कार्रवाई, अन्य राज्यों से किए जा रहे संगठित साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई करना है। साइबर अपराधियों पर अंकुश लगाने, साक्ष्य जुटाने व विवेचना के लिए प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

ऐसे काम करेगा ई-सुरक्षा चक्र

स्पेशल टास्क फोर्स के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ई-सुरक्षा चक्र के तहत यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर ठगी होती है तो वह तुरंत 155260 पर सूचना देगा। ई-सुरक्षा चक्र कंट्रोल रूम की ओर से तत्काल इस सूचना को गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरपी) पर दर्ज किया जाएगा। सभी बैंक व वालेट की ओर से पीडि़त की धनराशि बचाने के प्रयास किए जाएंगे। सूचना दर्ज होने के बाद गृह मंत्रालय से पीडि़त को एक लिंक एसएमएस के माध्यम से भेजा जाएगा। पीडि़त के लिए इस लिंक पर क्लिक कर अपनी शिकायत 24 घंटे के अंदर एनसीआरपी पोर्टल पर पंजीकृत करानी होगी। इसके बाद कार्रवाई के लिए संबंधित थानों को शिकायत पोर्टल के माध्यम से सीधे प्राप्त हो जाएगी।

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पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने में उत्तराखंड पांचवें स्थान पर

केंद्र सरकार के पोर्टल साइबर सेफ पर साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज करने में उत्तराखंड पांचवें स्थान पर है। साइबर पुलिस की ओर से एक अगस्त 2019 से अब तक साइबर सेफ पर साइबर ठगी से संबंधित 3056 शिकायतें दर्ज करवाई हैं।

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