National Science Day पर बोले विज्ञानी, छात्रों में बालपन से बोना होगा विज्ञान का बीज

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर दून के केंद्रीय संस्थानों और स्कूल-कॉलेजों में विभिन्न आयोजन हुए। इस दौरान दून के विज्ञानियों और शिक्षाविदों ने कहा कि आज युवाओं को अपनी कल्पना और विचारों को साकार करने के लिए बेहतर अवसर मिल रहा है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 09:06 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 09:06 AM (IST)
National Science Day पर बोले विज्ञानी, छात्रों में बालपन से बोना होगा विज्ञान का बीज
छात्रों में बालपन से बोना होगा विज्ञान का बीज।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर दून के केंद्रीय संस्थानों और स्कूल-कॉलेजों में विभिन्न आयोजन हुए। इस मौके पर सर सीवी रमन को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान दून के विज्ञानियों और शिक्षाविदों ने कहा कि आज युवाओं को अपनी कल्पना और विचारों को साकार करने के लिए बेहतर अवसर मिल रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं में बालपन यानी प्राथमिक कक्षाओं से ही विज्ञान के प्रति रुचि का बीज बोने पर जोर दिया। 

रविवार को भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आइआइपी) में 'द रोल ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन इन शेपिंग द फ्यूचर ऑफ एजुकेशन, स्किल्स एंड वर्क' विषय पर ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अपर सचिव कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय जुठिका पटनाकर ने कहा कि देश में आज भी प्राथमिक शिक्षा के ढांचे में सुधार की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति पुरानी व्यवस्थाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का काम जरूर करेगी, बशर्ते इसे लागू करने में कोई कसर न रहे।

कहा कि कोई भी तकनीक सफल तभी है, जब वह आम आदमी की पहुंच में हो। कार्यक्रम में राष्ट्रीय डेयरी विकास परिषद के चेयरमैन वर्षा जोशी ने कहा कि कोराना ने हमसे जितना छीना है, उतना ही सिखाया भी। खासतौर पर ऑनलाइन पढ़ाई ने छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं को एक बड़ा मंच प्रदान किया है। जरूरत है इसे सकारात्मकता के साथ इस्तेमाल करने की। कार्यक्रम में रेलवे डेवलपमेंट एंड स्टैंडर्स ऑर्गेनाइजेशन के एग्जीक्यूटिव निदेशक डॉ. अनिरुद्ध गौतम, मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड निन्यूवेबल एनर्जी के पूर्व सलाहकार अनिल धुस्सा ने भी विचार रखे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता आइआइपी के निदेशक डॉ. अंजन रे ने की। संचालन एवं संयोजन डॉ. डीसी पांडे ने किया। कार्यक्रम में मुख्य वैज्ञानिक सुदीप गांगुली, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अनलि जैन, आइटी हेड सूर्यदेव सिंह समेत अन्य लोग शामिल हुए। 

सर्वे ऑफ इंडिया में प्रदर्शनी और गोष्ठी

सर्वे ऑफ इंडिया के मानचित्र अभिलेख और प्रसार केंद्र में विशेष प्रदर्शनी के साथ विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मानचित्र प्रकाशन निदेशक कर्नल अरिदम गुप्ता ने किया। मानचित्र प्रकाशन निदेशालय और मानचित्र अभिलेख और प्रसार केंद्र निदेशालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित प्रदर्शनी में दून के तमाम छात्र और शोधार्थी पहुंचे। 

केंद्रीय विद्यालयों में भी हुए कार्यक्रम

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर केंद्रीय विद्यालय आइएमए में आयोजित कार्यक्रम में कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। स्कूल के प्रधानाचार्य मामचंद ने नोबल पुरस्कार विजेता महान विज्ञानी सीवी रमन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नौवीं कक्षा की छात्रा प्रिया मौर्य ने सीवी रमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए रमन इफेक्ट के बारे में जानकारी दी। शिक्षक पीयूष निगम ने विज्ञान दिवस का महत्व बताया। उधर, केवि आइटीबीपी में प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। इसका उद्घाटन प्रधानाचार्य डॉ. संजय कुमार ने किया। उन्होंने छात्रों को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। स्कूल की जीव विज्ञान प्रयोगशाला में उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। 

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