DR Sugestions on Coronavirus: वैक्सीन लगने से कम हो जाती है संक्रमण फैलने की गति, जानिए और क्‍या बोले वरिष्ठ फिजीशियन

टीकाकरण का विज्ञान कहता है कि वैक्सीन ले चुके व्यक्ति में लक्षण कम आते हैं और रोग जानलेवा रूप नहीं लेता। वहीं वैक्सीन लगने से संक्रमण के दूसरे में फैलने की गति भी कम हो जाती है। मुख्यमंत्री के चिकित्सक व वरिष्ठ फिजीशियन डा. एनएस बिष्ट ने यह बात कही।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 03:20 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 03:20 PM (IST)
DR Sugestions on Coronavirus: वैक्सीन लगने से कम हो जाती है संक्रमण फैलने की गति, जानिए और क्‍या बोले वरिष्ठ फिजीशियन
वैक्सीन लगने से संक्रमण के दूसरे में फैलने की गति भी कम हो जाती है।

जागरण संवाददाता, देहरादून : DR Sugestions on Coronavirus टीकाकरण का विज्ञान कहता है कि वैक्सीन ले चुके व्यक्ति में लक्षण कम आते हैं और रोग जानलेवा रूप नहीं लेता। वहीं वैक्सीन लगने से संक्रमण के दूसरे में फैलने की गति भी कम हो जाती है। मुख्यमंत्री के चिकित्सक व जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन अस्पताल) के वरिष्ठ फिजीशियन डा. एनएस बिष्ट ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि ज्यादातर स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी हैं। इस वक्त उनकी अस्पतालों में सख्त जरूरत है और वह बिना वजह जांच न कराएं। सच्चे जज्बे से अपना फर्ज एक सिपाही की तरह निभाएं।

गांधी अस्पताल में ओपीडी व इमरजेंसी सेवा शुरू हो

देहरादून: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने मुख्यमंत्री तीरथ ङ्क्षसह रावत को पत्र लिखकर गांधी शताब्दी अस्पताल में ओपीडी व आपातकाल सेवा की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दून व कोरोनेशन अस्पताल में इलाज चल रहा है, ऐसे में गांधी शताब्दी में आपात सेवा के साथ ही ओपीडी सेवा शुरू की जाए, जिससे मरीज यहां लाभ उठा सकें।

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डा. बिष्ट ने स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की है कि वह कम लक्षण पर कोरोना जांच न कराएं। अपने आप को संक्रमित मानकर ही चलें और गाइडलाइन के मुताबिक एहतियात बरतें। उन्होंने एक संदेश में कहा कि कुछ स्वास्थ्य कर्मी मामूली लक्षणों या फिर डर की वजह से कोरोना का टेस्ट करा रहे हैं, जो वैज्ञानिक रूप से अनावश्यक है। सिर्फ घर बैठने के लिए कोरोना टेस्ट कराना अनुचित है। क्योंकि अस्पतालों में कार्यरत अधिकांश स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव ही पाए जाएंगे। स्वास्थ्य कॢमयों को वैक्सीन लग चुकी हैं। इसीलिए उनमें संक्रमण का गंभीर खतरा न के बराबर है। 

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