पावर बैंक एप मामला : दिल्ली की कंपनी के डायरेक्टर से की पूछताछ

पावर बैंक एप के जरिये निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई जारी है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इस मुकदमे से संबंधित एक अन्य संदिग्ध कंपनी के डायरेक्टर (निदेशक) हिमांशु कपूर को पूछताछ के लिए बी वारंट पर दिल्ली से दून लाई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:36 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:36 AM (IST)
पावर बैंक एप मामला : दिल्ली की कंपनी के डायरेक्टर से की पूछताछ
पावर बैंक एप के जरिये ठगी के मामले में उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई जारी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। पावर बैंक एप के जरिये निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई जारी है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इस मुकदमे से संबंधित एक अन्य संदिग्ध कंपनी के डायरेक्टर (निदेशक) हिमांशु कपूर को पूछताछ के लिए बी वारंट पर दिल्ली से दून लाई है। साथ ही दो अन्य आरोपितों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। गुजरात के जूनागढ़ से भी एक फरार आरोपित के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस मामले में एरोमा इंपेक्स कंपनी का 3.36 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन भी फ्रीज कराया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि पावर बैंक एप मामले में अभी तक उत्तराखंड में सात मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा दर्जनों शिकायतों की जांच की जा रही है। मंगलवार देर रात एसटीएफ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज मुकदमे से संबंधित हिमांशु कपूर निवासी लुधियाना को पूछताछ के लिए देहरादून लाई। हिमांशु की एडेक्स्टर कांसेप्ट कंपनी में पावर बैंक एप के माध्यम से 53 करोड़ का ट्रांजेक्शन होना पाया गया। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के साथ इस मामले में दिल्ली व गुरुग्राम के कई चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका भी प्रकाश में आई है। इसके अलावा विगत दो वर्ष में हिमांशु ने चीनी नागरिकों के साथ मिलकर छह कंपनियां वु जिआओ, जी जेहुआ, वांग के, पेंगफी वु, वेनलांग वांग, लियांग ङिाझोंग व झोऊ कान बनाई थीं। वह इन कंपनियों का निदेशक है, जबकि चीनी मूल के निवासी सह निदेशक। हिमांशु ने बताया कि वह चीनी सह निदेशकों से कभी नहीं मिला। उसे एग्रीमेंट के तहत निदेशक बनाया गया था।

अब तक 5.86 करोड़ रुपये फ्रीज

इस प्रकरण में उत्तराखंड एसटीएफ अब तक कुल 5.86 करोड़ रुपये फ्रीज करा चुकी है। इसके अलावा भी विवेचना में सामने आ रही ट्रांजेक्शन को फ्रीज कराने का क्रम जारी है। अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं। इनमें से दो को उत्तराखंड एसटीएफ ने और बाकी छह को अन्य राज्यों की पुलिस ने पकड़ा है। इसके अलावा तीन व्यक्तियों को नोटिस जारी किया गया है। इस प्रकरण में कार्रवाई के लिए इंटरपोल के साथ भी पत्रचार किया जा रहा है।

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