उत्तराखंड की निधि बिष्ट और शंकर कठैत बने फ्लाइंग आफिसर, जानिए इनके बारे में

उत्तराखंड के दो जांबाजों ने एयर फोर्स एकेडमी हैदराबाद की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का अंतिम पग भी पार कर लिया। साधारण परिवार में जन्म लेने वाली निधि बिष्ट और किसान परिवार का बेटा शंकर कठैत पीओपी के बाद एयर फोर्स में फ्लाइंग आफिसर बन गए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:02 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:02 AM (IST)
उत्तराखंड की निधि बिष्ट और शंकर कठैत बने फ्लाइंग आफिसर, जानिए इनके बारे में
उत्तराखंड की निधि बिष्ट और शंकर कठैत बने फ्लाइंग आफिसर।

जागरण संवाददाता, देहरादून। आखिर वह समय भी आ गया, जब उत्तराखंड के दो जांबाजों ने एयर फोर्स एकेडमी हैदराबाद की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का अंतिम पग भी पार कर लिया। साधारण परिवार में जन्म लेने वाली निधि बिष्ट और किसान परिवार का बेटा शंकर कठैत पीओपी के बाद एयर फोर्स में फ्लाइंग आफिसर बन गए हैं। इस सफलता पर समूचा उत्तराखंड गर्व महसूस कर रहा है।

फ्लाइंग आफिसर बनने वाली निधि बिष्ट का जन्म वर्ष 1996 में पौड़ी के अस्वालस्यूं क्षेत्र के महड़ गांव में हुआ। उनकी मां ऊषा बिष्ट गृहणी हैं और पिता अनिल बिष्ट निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। वहीं, छोटे भाई पीयूष बिष्ट का फास्ट फूड का कारोबार है।

वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) से स्नातकोत्तर व पीएचडी करने वाली निधि के पास वानिकी अनुसंधान के रूप में करियर बनाने का सुनहरा अवसर था। हालांकि, इसके अलावा पूर्व में उन्होंने तय किया था कि वह सिविल सेवा में जाएंगी। फिर वक्त ने करवट ली और उन्हें सेना की जांबाजी के किस्से प्रेरित करने लगे। यही वजह है कि आज निधि वायु सेना का हिस्सा बनकर देश की रक्षा के लिए तैयार हो चुकी हैं।

वहीं, शंकर कठैत पौड़ी के पाबौ विकासखंड के चौपड़्यूं गांव के रहने वाले हैं। शंकर की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर पैठाणी में हुई और 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय जयहरीखाल से की। वहीं, उच्च शिक्षा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से की। शंकर के पिता ज्ञान सिंह व मां धनेश्वरी बागवानी करते हैं। शंकर के बड़े भाई ध्यान पाल सिंह सेना में कर्नल हैं, जबकि दीदी संगीता भी सेना में ग्रुप कैप्टन हैं। सेना में जाकर देश की सेवा की प्रेरणा भी उन्हें अपने बड़े भाई व दीदी से ही मिली।

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