झाझरा में बना उत्तराखंड का पहला डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र, मिलेंगी ये सुविधाएं

आंगनबाड़ी केंद्र झाझरा अब पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। महिला सशक्तीकरण और बाल विकास विभाग मंत्री रेखा आर्य ने केंद्र का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि झाझरा के बाद जल्द ही विकासनगर के केदारलवाला में भी केंद्र बनाया जाएगा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 04:02 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 09:35 PM (IST)
झाझरा में बना उत्तराखंड का पहला डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र, मिलेंगी ये सुविधाएं
उत्तराखंड का पहला आंगनबाड़ी केंद्र झाझरा हुआ डिजिटल, जानें- क्या बोलीं मंत्री रेखा आर्य।

जागरण संवाददाता, देहरादून। बच्चों को प्री स्कूल शिक्षा, खेलकूद और आधुनिक सुविधा देने के लिए देहरादून के झाझरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र-2 को राज्य का पहला डिजिटल केंद्र बनाया गया है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग मंत्री रेखा आर्य ने शुक्रवार को इसका लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य केंद्रों का भी शीघ्र डिजिटल किया जाएगा। इसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा है। केंद्र की किसी भी गतिविधि पर अधिकारी कार्यालय में बैठे ही नजर रख सकेंगे।

एम्बरसंड समूह के सहयोग से महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से 25 बच्चों की क्षमता वाले झाझरा-2 आंगनबाड़ी केंद्र को डिजिटल बनाया गया है। मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि डिजिटल आंगनबाड़ी के लिए जो साफ्टवेयर इस्तेमाल किया जा रहा है, उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता आसानी से इस्तेमाल कर सकती हैं। इस दौरान उन्होंने 28 महिलाओं को महालक्ष्मी किट और 15 की गोदभराई की रस्म करवाई।

विभागीय सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने कहा कि बच्चों को डिजिटल दुनिया में प्रवेश दिलाने के लिए इस केंद्र के कार्मिकों को मुंबई के प्रशिक्षकों की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभाग के उप निदेशक एसके सिंह ने कहा कि इसके बाद विकासनगर के केदारवाला आंगनबाड़ी केंद्र को डिजिटल बनाया जाएगा। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, जिला पंचायत सदस्य हेमलता नेगी, एम्बरसंड के सीईओ विनेश मेनन, सीडीपीओ विकासनगर देवेंद्र थपलियाल, अनिता पटवाल, राज्य परियोजना समन्वयक विमला आदि मौजूद रहे।

डिजिटल केंद्र में बच्चों को मिलेंगी ये सुविधा

आनलाइन पढ़ाई के साथ सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, इलेक्ट्रानिक पाठ्य सामग्री, डिजिटल पाठ्यक्रम के लिए पोर्टल और उपयुक्तकंप्यूटर, 24 घंटे बिजली आपूर्ति, बच्चों में सीखने की क्षमता विकसित करने के लिए खिलौने और पाठ्य सामग्री आदि सुविधा होगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र ने कहा कि नवंबर तक जिले के सातों परियोजना में एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र को डिजिटल किया जाएगा।

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