खेतों में अभ्यास कर अनु ने 800 मीटर दौड़ में जीता रजत, एक सेकंड से भी कम फासले से स्वर्ण पदक चूके
खेतों में अभ्यास कर उत्तराखंड के युवा एथलीट अनु कुमार ने पंजाब के पटियाला में चल रही 60वीं नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 800 मीटर दौड़ में रजत पदक जीत लिया। खेल के लिहाज से प्रदेश के लिए यह अच्छी खबर है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। खेतों में अभ्यास कर उत्तराखंड के युवा एथलीट अनु कुमार ने पंजाब के पटियाला में चल रही 60वीं नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 800 मीटर दौड़ में रजत पदक जीत लिया। खेल के लिहाज से प्रदेश के लिए यह अच्छी खबर है। मगर, इस बात का मलाल भी है कि अनु एक सेकंड से भी कम फासले से स्वर्ण पदक हासिल करने से चूक गए। सिस्टम ने थोड़ी गंभीरता दिखाई होती तो शायद ऐसा नहीं होता।
प्रतियोगिता से पहले अनु ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में एस्ट्रोटर्फ पर अभ्यास करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कोविड कर्फ्यू के कारण उन्हें अभ्यास की अनुमति नहीं मिल पाई। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अनु ने एस्ट्रोटर्फ पर अभ्यास किया होता तो उनकी झोली में स्वर्ण पदक भी आ सकता था। इससे प्रदेश का मान और बढ़ जाता।
एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया की तरफ से 25 जून से नेताजी सुभाष राष्ट्रीय क्रीड़ा संस्थान (एनआइएस) पटियाला और पटियाला यूनिवर्सिटी में एथलेटिक्स प्रतियोगिता कराई जा रही है। यह प्रतियोगिता 29 जून तक चलेगी। रविवार को इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के अनु कुमार ने 800 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन किया। यह दूरी 1:51:05 मिनट में पूरी कर वह दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, पहले स्थान पर रहे हरियाणा के कृष्ण कुमार ने यह दूरी 1:50:15 मिनट में पूरी की।
अनु कुमार मूल रूप से हरिद्वार में धनपुरा गांव के रहने वाले हैं। वह महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज के पूर्व छात्र भी हैं। कोरोना की दूसरी लहर के कारण दून में कोविड कर्फ्यू लागू होने से पहले तक वह स्पोर्ट्स कालेज में अभ्यास कर रहे थे। कोविड कर्फ्यू लागू होने पर स्पोर्ट्स कालेज को बंद कर दिया गया। इसके साथ ही यहां खिलाड़ियों के अभ्यास करने पर भी रोक लग गई। ऐसे में अनु अपने मूल निवास हरिद्वार चले गए। वहां उन्होंने खेतों में दौड़ का अभ्यास जारी रखा। उत्तराखंड एथलेटिक्स संघ के सचिव केजेएस कलसी ने अनु को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
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