आफत की बारिश: कहीं फंसी रहीं बसें तो कहीं गिरे बोल्डर, नदी-नालों के उफान ने भी डाराया

कहीं बसें फसी रहीं तो कहीं बोल्डर गिरे। नदी-नालों में आए उफान से भी लोगों की सांसे अटकी रहीं। खासकर देहरादून और आसपास जगह-जगह फंसी रोडवेज बसें भारी बारिश के चलते प्रभावित सड़कों की वजह से शुक्रवार को रोडवेज की पर्वतीय मार्गों की बसें भी जहां-तहां फंस गईं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 02:56 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 02:56 PM (IST)
आफत की बारिश: कहीं फंसी रहीं बसें तो कहीं गिरे बोल्डर, नदी-नालों के उफान ने भी डाराया
आफत की बारिश: कहीं फंसी रहीं बसें तो कहीं गिरे बोल्डर।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में बीते तीन दिन से बारिश आफत बनकर बरस रही है। कहीं बसें फसी रहीं तो कहीं बोल्डर गिरे। नदी-नालों में आए उफान से भी लोगों की सांसे अटकी रहीं। खासकर देहरादून और आसपास जगह-जगह फंसी रोडवेज बसें भारी बारिश के चलते प्रभावित सड़कों की वजह से शुक्रवार को रोडवेज की पर्वतीय मार्गों की बसें भी जहां-तहां फंस गईं। दून-मसूरी मार्ग पर सुबह से दोपहर तक संचालन बंद रहा, मगर दोपहर बाद मार्ग खुलने पर बसों का संचालन शुरू हो गया। करीब दस बसें भेजी गईं, लेकिन मार्ग फिर बंद होने से यह फंस गईं। करीब ढाई घंटे बाद बसें जाम से निकलीं और मसूरी पहुंची। इसी तरह पौड़ी, गोपेश्वर, श्रीनगर आदि से आने वाली बसें ऋषिकेश-बदरीनाथ व टिहरी मार्ग होने की वजह से वाया चंबा-धनोल्टी हो दून आईं। हालांकि, मार्ग बार-बार अवरुद्ध होने से ये बसें भी दो से ढाई घंटे मसूरी के पास फंसी रहीं।

रोडवेज के मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि अगर शनिवार को पर्वतीय मार्ग खुले, तभी बसों को भेजा जाएगा। गुप्ता ने बताया कि ऋषिकेश से बदरीनाथ व टिहरी मार्ग फिलहाल बंद कर दिया गया है। ऐसे में दून से गढ़वाल मंडल जाने के लिए बसों के पास धनोल्टी-चंबा-श्रीनगर मार्ग ही है। यह मार्ग भी दून-मसूरी के बीच कईं मर्तबा बंद हो रहा है। बारिश से प्रदेश के ज्यादातर पर्वतीय मार्ग फिलहाल अवरुद्ध हैं। जो बसें गुरुवार को दून से गईं थीं और शुक्रवार को वापस लौट रही थीं, वे सभी प्रभावित मार्गों की वजह से निर्धारित समय से सात-आठ घंटे की देरी व लंबी दूरी तय कर दून आईं। इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं, मार्ग बंद होने से दून से जाने वाली बसें निरस्त करनी पड़ी।

वाया नेपाली फार्म ऋषिकेश

शुक्रवार दोपहर रानीपोखरी में पुल टूटने की वजह से बंद हुआ डोईवाला-ऋषिकेश मार्ग यात्रियों के लिए भारी पड़ा। ऋषिकेश से दून आने व जाने वाली बसें इसमें फंस गईं। बाद में इन बसों को नेपाली फार्म होते हुए संचालित किया गया। मंडल प्रबंधक ने बताया कि जब तक मार्ग दुरुस्त नहीं होता, तब तक ऋषिकेश के लिए नेपाली फार्म से ही बसों का संचालन होगा। दूरी लंबी होने यातायात दबाव ज्यादा होने से इसमें आधा घंटा ज्यादा लग रहा।

मसूरी जा रहे चार पर्यटक बाल-बाल बचे

मसूरी-देहरादून मुख्य मोटर मार्ग पर शुक्रवार शाम को कोल्हूखेत के समीप पहाड़ी पर हुए भूस्खलन से गिरकर आए बोल्डर की चपेट में आने से चार पर्यटक बाल-बाल बचे। एसएसआइ मनोहर ङ्क्षसह रावत ने बताया कि शाम लगभग साढ़े चार बजे देहरादून की ओर से मसूरी आ रही कार के सामने अचानक बोल्डर आ गया। चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए ब्रेक लगा दिए। जिससे कार को आंशिक नुकसान पहुंचा। कार में चार लोग सवार थे। इनमें किसी को भी चोट नहीं आई। बोल्डर को हटाने के बाद कार सवार मसूरी की ओर चले गए।

तीन दिन में देहरादून में रिकार्ड 464 मिमी बारिश

उत्तराखंड में बीते तीन दिन से बारिश आफत बनी हुई है। खासकर देहरादून और आसपास के क्षेत्र में बारिश रिकार्ड स्थापित कर रही है। देहरादून में तीन दिन के भीतर 464 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि, अगस्त में पूरे माह यहां सामान्यत: 450 से 500 मिमी बारिश होती है। यही नहीं बीते 24 घंटे में मसूरी में 250 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। जो कि बीते 12 साल में मसूरी में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इससे पहले बुधवार को दून में बारिश (254 मिमी) ने 70 साल का रिकार्ड तोड़ा था। मौसम विभाग ने अगले दो दिन बारिश का क्रम जारी रहने की आशंका जताई है।

अगस्त की शुरुआत में मानसून की रफ्तार सुस्त पड़ने के बाद शुरुआती तीन हफ्ते में प्रदेश में सामान्य से 20 फीसद कम बारिश दर्ज की गई, जबकि अगस्त के अंतिम सप्ताह में मानसून ने चौंका दिया। बीते मंगलवार रात से देहरादून और कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश का सिलसिला बना हुआ है। देहरादून-मसूरी में बारिश तमाम रिकार्ड ध्वस्त कर रही है। यहां एक ही दिन में अतिवृष्टि के कारण आपदा जैसे हालात हो गए हैं।

वहीं, टिहरी में बीते दिन में 260 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा अन्य जिलों में बारिश सामान्य केआसपास रही। जबकि, उत्तरकाशी में सबसे कम 50 मिमी बारिश हुई है।

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