Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, आज पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट; जानें- 30 जुलाई तक कैसा रहेगा मौसम

Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की सर्वाधिक मार सड़कों पर पड़ रही है। मलबा आने से यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे घंटों बाधित रहे। हालांकि बदरीनाथ और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात सुचारू रहा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 08:46 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 08:46 AM (IST)
Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, आज पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट; जानें- 30 जुलाई तक कैसा रहेगा मौसम
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, आज पांच जिलों के लिए रेड अलर्ट।

जागरण टीम, देहरादून। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की सर्वाधिक मार सड़कों पर पड़ रही है। मलबा आने से यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे घंटों बाधित रहे। हालांकि बदरीनाथ और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात सुचारू रहा। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में मलबा आने से 90 संपर्क मार्ग बंद हैं। देहरादून में पिछले 12 घंटे में 78.8 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। दून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश को 30 जुलाई तक बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। मंगलवार के लिए देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर और पौड़ी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, 28 से 30 जुलाई तक प्रदेश में आरेंज अलर्ट जारी है।

प्रदेश में शनिवार से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला सोमवार को भी बना रहा। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में मार्ग बंद होने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में मलबा आने से चीन सीमा को जोडऩे वाली सड़क बंद है। चंपावत जिले में जगह-जगह मलबा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग दो दिन से बंद है। बागेश्वर जिले में रविवार रात बारिश के बीच तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम की चेतावनी के मद्देनजर शासन ने आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इस बीच मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर नदी-नालों के किनारे रहने वालों को भी सजग रहने को कहा है।

एक सप्ताह में बागेश्वर में 197 फीसद अधिक बारिश

प्रदेश में 13 जून को मानसून सक्रिय हो गया था। शुरुआत में इसकी रफ्तार ठीक रही, लेकिन जून अंत और जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह धीमा पड़ गया। एक पखवाड़े में मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। 14 से 21 जुलाई के बीच प्रदेश में सामान्य से 27 फीसद बारिश अधिक हो चुकी है। इस दौरान बागेश्वर में सर्वाधिक 197 फीसद ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई, जबकि ऊधमसिंह नगर में यह आंकड़ा 150 फीसद अधिक रहा।

12 घंटे में यहां हुई सर्वाधिक बारिश

कोटद्वार (पौड़ी) 120

देहरादून 78.8

नरेंद्रनगर (टिहरी) 79

मसूरी 72.2

पुरोला (उत्तरकाशी) 66.2

शहर की सड़कों में गड्ढ़ों ने बढ़ाई दिक्कत

पिछले करीब एक सप्ताह से रुक-रुककर हो रही बारिश से शहर की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे आम जन को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तहसील चौक के समीप स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य के लिए सड़के के किनारे नाली खोदी गई है। जिसमें बरसात का पानी भर गया है। बल्लूपुर चौक, आइएसबीटी, कारगी चौक, लैंसडौन चौक, दर्शन लाल चौक, प्रिंस चौक के समीप सड़कों में गड्ढ़े हो गए हैं। उनमें बरसात का पानी भरने से दुपहिया वाहन चालकों के लिए खतरा पैदा हो गया है। सहस्रधारा रोड स्थित तरला आमवाला के समीप कृष्णा एन्क्लेव को जाने वाली सड़क पर बरसात का पानी भरने से पैदल रास्ता बंद हो गया है। स्थानीय निवासी राकेश नैनवाल ने नगर निगम से सड़क को दुरुस्त करने की मांग की है।

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