Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, गंगोत्री हाईवे बंद; छह जिलों में अलर्ट
उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। गंगोत्री हाईवे भूस्खलन से चलते बंद है। वहीं राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। गंगोत्री हाईवे भूस्खलन से चलते बंद है। वहीं, राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के छह जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसको लेकर राज्य मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए इन जिलों में प्रशासन ने भी आपदा नियंत्रण कक्ष को सतर्क कर दिया है।
पर्वतीय क्षेत्र में बारिश से सड़कें बंद होने और बंद मार्ग को खोलने का सिलसिला जारी है। गंगोत्री हाइवे धरासू के पास बार बार बंद हो रहा है। यहां पहाड़ी से रुक रूककर पत्थर गिर रहे हैं। गत देर रात को पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आने से एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। इससे वाहन में सवार चार लोग बाल-बाल बचे । मौके पर धरासू पुलिस ने खतरे की आशंका को देखते हुए यातायात को दोनों और से रोका दिया।
वहीं, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग दिनांक पांच जुलाई से रानाचट्टी के पास ध्वस्त है। एनएच बड़कोट के श्रमिक मार्ग को खोलने के प्रयास में जुटे हैं। विकासनगर-बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग, चिन्यालीसौड-सुवखोली-मसूरी-देहरादून मोटर मार्ग, उत्तरकाशी-लम्बगांव मोटर मार्ग यातायात के लिए सुचारु है।
राज्य में मानसून को सक्रिय हुए 13 दिन बीत चुके हैं, लेकिन दून में अब तक बहुत अधिक बारिश नहीं हुई है। ऐसे में दोपहर के वक्त उमस और गर्मी बेहाल कर रही है। दून में जहां अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है, वहीं मसूरी में भी दोपहर के वक्त तापमान 25 डिग्री के पार पहुंच रहा है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में देहरादून और मसूरी के अलावा रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ व बागेश्वर में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को मौसम का हाल ठीक रहने की संभावना है। गुरुवार से पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम के तेवर फिर तल्ख होने लगेंगे।
नदियां उफान पर, कंडी रोड बंद
राज्य में परिवहन व्यवस्था पर भी मानसून का असर पड़ने लगा है। लालढांग-चिलरखाल मोटर मार्ग पर बरसाती नदियों के उफान में आने के कारण कोटद्वार को हरिद्वार और देहरादून से जोड़ने वाला कंडी मार्ग यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। इसके चलते यात्रियों को लेकर निकली परिवहन निगम की बस को सिगड्डी से वापस लौटना पड़ा।
पत्थर की चपेट में आने से ग्रामीण की मौत
प्रदेश में मानसून के रफ्तार पकड़ने से मुश्किलों का दौर भी शुरू हो गया है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में सोमवार को मुनस्यारी के पास भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आकर एक ग्रामीण की मौत हो गई। वहीं, बीते आठ दिन में उत्तराखंड में बादल फटने की दो घटनाएं हो चुकी हैं।
भारी बारिश के कारण सड़कों पर मलबा आने से आवागमन भी बाधित हो रहा है। प्रदेश में करीब तीन दर्जन सड़कें मलबा आने से बंद हैं। वहीं, चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग खुल गया है। अल्मोड़ा और बागेश्वर में भी बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।