Uttarakhand Weather Update: अगले 24 घंटे में नैनीताल, पिथौरागढ़ और चंपावत में भारी बारिश के आसार, गढ़वाल में हल्की बूंदाबांदी

Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मानसून का रवैया अजीबोगरीब बना हुआ है। गढ़वाल से फिलहाल मानसून रूठा हुआ है तो कुमाऊं के ज्यादातर इलाके अतिवृष्टि की मार झेल रहे हैं। भारी बारिश से कुमाऊं में कई नदी-नाले उफान पर हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 09:31 AM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 09:31 AM (IST)
Uttarakhand Weather Update: अगले 24 घंटे में नैनीताल, पिथौरागढ़ और चंपावत में भारी बारिश के आसार, गढ़वाल में हल्की बूंदाबांदी
Uttarakhand Weather Update: गढ़वाल में बेरुखी तो कुमाऊं में अतिवृष्टि से हालात खराब।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मानसून का रवैया अजीबोगरीब बना हुआ है। गढ़वाल से फिलहाल मानसून रूठा हुआ है तो कुमाऊं के ज्यादातर इलाके अतिवृष्टि की मार झेल रहे हैं। भारी बारिश से कुमाऊं में कई नदी-नाले उफान पर हैं। विभिन्न मार्ग भी प्रभावित हैं। गुरुवार को बागेश्वर में एक गदेरे में आए उफान में छह मवेशी बह गए। मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिन तक कुमाऊं के कुछ जनपदों में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। वहीं, गढ़वाल में कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं।

बीते दिनों में बारिश के कई दौर होने से फिलहाल प्रदेश में मौसम सुहावना बना हुआ है। गुरुवार को भी देहरादून और नैनीताल समेत अधिकांश जिलों में मौसम ठीक रहा। बादल छाए रहने से गर्मी और उमस महसूस नहीं हुई। हालांकि, अभी भी गढ़वाल के बेहद कम हिस्सों में बारिश दर्ज की जा रही है।

उधर, कुमाऊं के बागेश्वर में अब भारी बारिश का दौर थमा है, लेकिन शेष हिस्सों में कहीं-कहीं अतिवृष्टि जारी है। इसके अलावा पिछले तीन दिन से क्षेत्र के दर्जनों मार्ग बाधित हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शुक्रवार से नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। देहरादून में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।

आठ सड़कें बंद, चार किमी की पैदल दूरी नाप रहे ग्रामीण

तीन दिन पहले हुई बारिश से टिहरी में अब भी करीबआठ ग्रामीण सड़के बंद पड़ी है। इसके चलते ग्रामीणों को पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। इनमें गहड़-पल्यापाटल सड़क को बंद हुए बीस दिन हो गई तब से ग्रामीणों की आवाजाही प्रभावित हुई है। कई जगहों पर ग्रामीणों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। बारिश से गहड़-पल्यापाटल, विनयखाल-गेंवली, घेना-सतेगल, मरोड़ा-बनाली-कुंड, तिखोन-भंडार्की, टिपरी-कटखेती, हिंडोलाखा-शिवपुर, तल्ला-तिमलेथ पिछले तीन दिनों से बंद पड़ी है।

विनयखाल-गेंवली मोटर मार्ग का काफी हिस्सा बालंगगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बह गया है। इस मार्ग को सुचारू होने में एक माह से भी ज्यादा का समय लग सकता है। सड़क बंद होने के कारण गेंवली के ग्रामीणों को करीब चार किमी की पैदल दूरी नापनी पड़ रही है। खासकर खाद्य सामग्री के ढुलान में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के पूर्व प्रधान बचन सिंह का कहना है कि वर्षों की मांग के बाद पिछले साथ गांव सड़क से जुड़ पाया था लेकिन बारिश के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। गहड़-पल्यापाटी के ग्रामीण भी पिछले बीस दिनों से करीब दो कमी की पैदल दूरी नाम रहे हैं।

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