Uttarakhand Weather Update: यमुनोत्री हाइवे अब भी बंद, नौ से गढ़वाल में और तल्ख हो सकता है मौसम

Uttarakhand Weather Update नौ जुलाई से गढ़वाल में मौसम के तेवर और तल्ख हो सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार नौ से 13 जुलाई के बीच गढ़वाल के कई जिलों में अतिवृष्टि हो सकती है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 08:02 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 11:16 AM (IST)
Uttarakhand Weather Update: यमुनोत्री हाइवे अब भी बंद, नौ से गढ़वाल में और तल्ख हो सकता है मौसम
Uttarakhand Weather Update: यमुनोत्री हाइवे अब भी बंद, नौ से गढ़वाल में और तल्ख हो सकता है मौसम

देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। यमुनोत्री हाईवे राणा चट्टी के पास अब भी बंद है। सड़क का करीब 30 मीटर हिस्सा बह गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम हाईवे को सुचारू करने में जुटी हुई है। वहीं, गढ़वाल में नौ जुलाई से मौसम के तेवर और तल्ख हो सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार नौ से 13 जुलाई के बीच गढ़वाल के कई जिलों में अतिवृष्टि हो सकती है। वर्षा बादलों पर लगातार बढ़ रहे दबाव से अचानक भारी बारिश का खतरा और बढ़ गया है। ऐसे में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। 

उत्तराखंड में मानसून जोर पकड़ने लगा है। कुमाऊं के बाद अब गढ़वाल मंडल में बारिश का सिलसिला तेज हो गया है। वर्षा बादलों के सामान्य से कम बरसने के कारण अतिवृष्टि और बादल फटने जैसी आपदा का खतरा बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आगामी नौ से 13 जुलाई के बीच उत्तराखंड में मानसून की बारिश और तेज हो जाएगी। खासकर गढ़वाल में भारी से भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में अतिवृष्टि की भी आशंका जताई है। इसके अलावा सोमवार को देहरादून समेत अन्य इलाकों में बादल छाये रहेंगे। हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 

वहीं, मंगलवार सात जुलाई को देहरादून समेत नौ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में बहुत भारी बारिश हो सकती है। जबकि, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चमोली में कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान के निदेशक ने बताया कि चक्रवाती प्रसार के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थिर होने के कारण उत्तराखंड में वर्षा बादलों पर दबाव बढ़ रहा है। हिमालयी क्षेत्रों से टकराकर पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड में अतिवृष्टि की संभावना पैदा कर रहा है।

अलग-थलग पड़े दस गांव 

राणा चट्टी के पास हाईवे बंद होने के कारण यमुनोत्री धाम और गीठ क्षेत्र के 10 गांव जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय से अलग थलग पड़े हैं। वही, गंगोत्री हाईवे पर गंगोरी के पास बने न्यू जनरेशन ब्रिज का लोड टेस्टिंग का कार्य चल रहा है, जिसके कारण बीआरओ ने पुल पर शनिवार की शाम सात बजे से ही वाहनों की आवाजाही रोक दी थी। आज दोपहर एक बजे इस पुल पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो पाएगी, जिसके बाद से भारत-चीन सीमा और गंगोत्री धाम सहित भटवाड़ी ब्लॉक के 80 गांवों में वाहनों की आवाजाही सुचारू हो पाए

दून की पांच सड़कें हुई बंद देर रात तक हटा मलबा

रविवार आधी रात के बाद से सुबह तक होती रही बारिश से दून की पांच सड़कें भी बाधित हो गई थीं। ये सभी सड़कें लोनिवि प्रांतीय खंड के अधीन हैं। हालांकि, इसके तुरंत बाद सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया गया था। दोपहर से लेकर देर रात तक सभी सड़कों को वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया गया था। लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता जेएस चौहान के मुताबिक, मलबा आने से सहस्रधारा-कार्लीगाड़-सरोना रोड पर बारिश के चलती बड़ी मात्र में मलबा आ गया था। इसी तरह मालूधार सेरकी सिल्ला रोड, चमरोली सरोना रोड, चामासारी माजरा रोड व देहरादून-मसूरी रोड पर विभिन्न स्थानों पर मलबा गया था। बारिश के अलर्ट को देखते हुए सभी इंतजाम पहले से कर लिए गए थे और तत्काल सड़कों पर से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया था।

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मसूरी में दो कच्चे घर गिरे, कई वाहनों को नुकसान

मसूरी में शनिवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के कारण कई पेड़ गिर गए, जिससे पेड़ों के नीचे पार्क किए गए वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा कैंची-किंक्रेग लिंक मार्ग पर दो कच्चे घर गिर गए। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। शनिवार रात लगभग नौ बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश रविवार सुबह आठ बजे तक जारी रही। रात लगभग 11 बजे मैसॉनिक लॉज बस स्टैंड पर बांज का विशालकाय पेड़ गिर गया। जिसके नीचे खड़ी तीन टैक्सियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, जबकि तीन अन्य वाहन तथा एक गेस्ट हाउस का कुछ हिस्सा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ। एसडीएम प्रेमलाल ने वनविभाग के अधिकारियों से पेड़ की जड़ों का नमूना लेकर जांच करने के निर्देश दिए हैं।

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