Uttarakhand Weather Update: वसंत में गर्मी का 'मार्च', फसल पर संकट के बादल
उत्तराखंड में मौसम का बदला मिजाज अन्नदाता के लिए चिंता का सबब बन गया है। कम बारिश और समय से पहले गर्मी की दस्तक से रबी की फसल के उत्पादन और उनकी गुणवत्ता पर संकट के बादल छा गए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में मौसम का बदला मिजाज अन्नदाता के लिए चिंता का सबब बन गया है। कम बारिश और समय से पहले गर्मी की दस्तक से रबी की फसल के उत्पादन और उनकी गुणवत्ता पर संकट के बादल छा गए हैं। कृषि विज्ञानियों ने भी मौसम के बदलते पैटर्न को रबी की फसल के लिए चिंताजनक बताया है।
उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है। फसल पर सूखे का संकट मंडरा रहा है। फरवरी में नहीं के बराबर बारिश होने से गेहूं की फसल खासी प्रभावित होने की आशंका है। खासकर पहाड़ों में, जहां किसान सिंचाई के लिए वर्षा पर ही निर्भर हैं। तेजी से तापमान बढ़ने के कारण फसल के समय से पूर्व पकने की आशंका भी नजर आ रही है। जो उत्पादन और गुणवत्ता दोनों के लिए घातक है।
गेहूं की फसल के लिए जरूरी है जनवरी-फरवरी में बारिश
सामान्य तौर पर गेहूं की बोआई अक्टूबर से दिसंबर के बीच और कटाई मार्च से मई तक की जाती है। 130 दिन में गेहूं की फसल तैयार हो जाती है। जनवरी और फरवरी में अच्छी बारिश के दो से तीन दौर इस फसल के लिए बेहद जरूरी हैं।
संयुक्त निदेशक कृषि (गुणवत्ता) दिनेश कुमार ने बताया कि मौसम के हालिया रवैये से रबी की फसल को नुकसान की आशंका है। कम बारिश के बाद जल्दी गर्मी पड़ने से गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। जल्द फसल पकने से गेहूं का दाना छोटा रहेगा और उत्तम गुणवत्ता का भी नहीं होगा।
माजरी के किसान दलजीत सिंह ने कहा कि करीब एक माह से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिन पूर्व हल्की बूंदाबांदी हुई थी, लेकिन यह फसल के लिए पर्याप्त नहीं है। बारिश नहीं होने से गेहूं और गन्ना दोनों को नुकसान पहुंच रहा है।
उत्तराखंड में रबी की फसल का रकबा
फसल, क्षेत्रफल
गेहूं, 342000
जौ, 18500
चना, 670
मटर, 6200
मसूर, 10200
लाही/सरसों, 13150
आलू (रबी), 5000
प्याज, 3450
(नोट: क्षेत्रफल हेक्टेयर में है और परिवर्तनशील है।)
यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather Update: सामान्य से चार डिग्री अधिक हुआ दून का पारा, बुधवार से इन जिलों में हो सकती है बारिश
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें