Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में फिर परीक्षा लेगा मौसम, चार जिलों में हो सकती है भारी बर्फबारी
मौसम विभाग के अनुसार सूबे के उत्तरकाशी चमोली रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में भारी बर्फबारी की आशंका है। इस बीच पिछले दिनों हुई बारिश और बर्फबारी का असर बरकरार है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला भले ही थमा हुआ हो, लेकिन सोमवार से मौसम फिर परीक्षा ले सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में भारी बर्फबारी की आशंका है। इस बीच प्रदेश में पिछले दिनों हुई बारिश और बर्फबारी का असर बरकरार है। अब भी 150 गांवों में बिजली गुल है तो दो सौ से ज्यादा गांव जिला मुख्यालयों से कटे हुए हैं। हालांकि कई जगह सड़कों से बर्फ हटाकर यातायात बहाल कर लिया गया है, लेकिन अब भी बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे समेत 24 से सड़कें बाधित हैं।
शनिवार को सुबह से ही आसमान में बादलों का डेरा रहा। मौसम की करवट से समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र में फंसे दस पर्यटकों को अब भी नहीं निकाला जा सका। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि क्षेत्र में सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य जारी है और उम्मीद है कि रविवार को पर्यटकों को निकाल लिया जाएगा। ये पर्यटक मोरी के होटल में ठहरे हैं। टिहरी जिले में नई टिहरी समेत कई गांवों में पाइप लाइनों में पानी जम गया है। इससे लोग बर्फ पिघलाकर पानी की जरूरत पूरी कर रहे हैं।
उत्तराखंड इन दिनों शीतलहर की चपेट में है। बर्फीली हवा हाड़ कंपा रही है। प्रदेश में जोशीमठ सबसे सर्द रहा, न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे रिकार्ड किया गया। इसके अलावा मसूरी और कुमाऊं के मुक्तेश्वर में भी न्यूनतम शून्य के करीब रहा।
विभिन्न शहरों में तापमान शहर-------------अधि.-------------न्यून. देहरादून----------20.6-------------4.4 उत्तरकाशी------12.2-------------2.4 मसूरी-------------10.4-------------0.8 टिहरी-------------11.1-------------1.2 हरिद्वार----------16.4-------------4.6 जोशीमठ----------05.8-------------(-0.8) पिथौरागढ़---------13.2-------------0.6 अल्मोड़ा------------10.8-------------2.4 मुक्तेश्वर-----------10.3-------------0.7 नैनीताल------------11.4-------------3.0 यूएसनगर-----------17.2-------------4.8 चम्पावत------------10.5-------------2.8
सड़कों पर जमी बर्फ हटाने में छूट रहे पसीने
मसूरी और आसपास की पहाड़ियों पर हुई बर्फबारी के कारण बनी दुश्वारियां जारी हैं। मसूरी-धनोल्टी और मसूरी-चकराता मार्ग पर अभी भी आवाजाही सुचारू नहीं हो पाई है। जेसीबी के नाकाम होने पर अब सड़क पर जमी बर्फ हटाने को मजदूर लगा दिए गए हैं। इधर, देहरादून में मौसम ने कुछ राहत दी है। धूप खिलने से अधिकतम पारा भी सामान्य के करीब पहुंच गया है।
बीते आठ जनवरी को हुए भारी हिमपात के बाद से मसूरी और आसपास के क्षेत्रों में व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं लौट पा रही हैं। हिमपात होने के चार दिनों बाद भी शहरवासियों को पानी की आपूर्ति नहीं मिल सकी है। खतरनाक हुई सड़कों पर वाहन तो दूर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। बर्फ के ऊपर पाला पड़ने से फिसलन बनी हुई है और जेसीबी भी बर्फ को नहीं तोड़ पा रही है।
पिक्चर पैलेस-लंढौर मार्ग और लाइब्रेरी-हैप्पीवैली मार्ग पर बर्फ के ऊपर चूना व ब्लीचिंग पाउडर डालने के बाद भी बर्फ नहीं गल पाई है। नगर पालिका व प्रशासन द्वारा पर्यावरण मित्रों व मजदूरों की मदद ली जा रही है, जो गैंती-सब्बल बर्फ को तोड़ रहे हैं। शहर के लाइब्रेरी-हैप्पीवैली-कंपनी गार्डन, जीरो प्वाइंट-कैम्पटी रोड, वैवरली कान्वेंट चौक-धुम्मनगंज-हाथी पांव-जॉर्ज एवरेस्ट-क्लाउड एंड, अंबेडकर चौक-कैमल्स बैक रोड, पिक्चर पैलेस-घंटाघर, गुरुद्वारा चौक-मलिंगार-चार दुकान, मलिंगार-जबरखेत-बाटाघाट क्षेत्र में सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
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पर्यटकों से पैक मसूरी
वीकेंड के चलते शनिवार को बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी पहंचे। कैमल्स बैक रोड, वैवरली, हैप्पीवैली रोड व कंपनी बाग में हिमपात का आनंद उठाया जा रहा है। उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी का कहना है कि होटलों में 20 से 30 प्रतिशत तक ही ऑक्युपेंसी है, शेष पर्यटक सुबह मसूरी आकर शाम को वापस लौट रहे हैं।
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