उत्तराखंड: बिजली कार्मिकों की हड़ताल टालने को लंबी मशक्कत, सोमवार देर शाम तक जारी रही दूसरे दौर की वार्ता
ऊर्जा निगमों के कार्मिकों की एसीपी की पुरानी व्यवस्था की बहाली और समान काम के लिए समान वेतन समेत विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार मध्य रात्रि से प्रस्तावित हड़ताल को टालने के लिए सचिवालय में दिनभर मशक्कत चलती रही।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: ऊर्जा निगमों के कार्मिकों की एसीपी की पुरानी व्यवस्था की बहाली और समान काम के लिए समान वेतन समेत विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार मध्यरात्रि से प्रस्तावित हड़ताल को टालने के लिए सचिवालय में दिनभर मशक्कत चलती रही। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की ऊर्जा सचिव सौजन्या से एक दौर की वार्ता बेनतीजा रही। देर शाम से दूसरे दौर की वार्ता जारी है। इसमें समाधान निकलने के आसार हैं।
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार मध्यरात्रि से हड़ताल का आह्वान किया है। ऊर्जा मंत्री डा हरक सिंह रावत ने मोर्चा से वार्ता कर समाधान निकालने के निर्देश ऊर्जा सचिव सौजन्या को दिए थे। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे सचिवालय में मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ सचिव की वार्ता हुई। काफी देर तक हुई इस वार्ता में भी समाधान नहीं निकल सका। बाद में यह वार्ता बेनतीजा ही खत्म हो गई।
शाम को ऊर्जा सचिव ने मुख्य सचिव डा एसएस संधू से मुलाकात कर उन्हें शासन स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। मुख्य सचिव ने वार्ता से समाधान के लिए प्रयास जारी रखने को कहा। इसके बाद ऊर्जा निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चा से दूसरे दौर की वार्ता प्रारंभ हुई। तकरीबन तीन घंटे से वार्ता जारी है। समाचार लिखे जाने तक शासन के अधिकारी मोर्चा के साथ बातचीत कर समाधान ढूंढने की कोशिश में जुटे हैं। संपर्क करने पर ऊर्जा सचिव सौजन्या ने बताया कि मोर्चा से उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए समय भी मांगा जा रहा है। उन्होंने वार्ता के सकारात्मक रहने का भरोसा जताया। सचिव के साथ वार्ता में मोर्चा के संरक्षक इंसारुल हक, उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश शर्मा, दीपक बेनवाल, कार्तिकेय दुबे, अमित रंजन, डीसी ध्यानी, जेसी पंत आदि शामिल हैं।