उत्तराखंड: 12वीं तक स्कूलों में अब पूरे समय पढ़ाई, ये पाबंदी हुई खत्म जारी रखना कोविड सुरक्षा गाइडलाइन का पालन
कक्षा छह से 12वीं तक सभी सरकारी सहायताप्राप्त अशासकीय और निजी डे-बोर्डिंग और बोर्डिंग स्कूल पुरानी व्यवस्था के तहत पढ़ाई जारी रख सकेंगे। कोरोना संक्रमण से हालात में सुधार देखते हुए सरकार ने कक्षाओं को एक दिन में सिर्फ चार घंटे तक ही संचालित करने की पाबंदी हटा दी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में कक्षा छह से 12वीं तक सभी सरकारी, सहायताप्राप्त अशासकीय और निजी डे-बोर्डिंग और बोर्डिंग स्कूल पुरानी व्यवस्था के तहत पढ़ाई जारी रख सकेंगे। कोरोना संक्रमण से हालात में सुधार देखते हुए सरकार ने कक्षाओं को एक दिन में सिर्फ चार घंटे तक ही संचालित करने की पाबंदी हटा दी है। अब स्कूलों में छात्र-छात्राओं के लिए पूर्व निर्धारित समयावधि यानी छह घंटे तक शिक्षण कार्य होगा। प्राथमिक स्कूलों पर यह नई व्यवस्था लागू नहीं होगी।
शिक्षा सचिव डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने गुरुवार को इस संबंध में शिक्षा महानिदेशक को आदेश जारी किए। बीते अगस्त माह से प्रदेश में तकरीबन डेढ़ साल बाद सरकारी, सहायताप्राप्त अशासकीय और निजी स्कूलों को आफलाइन पढ़ाई के लिए खोला गया। हालांकि स्कूलों में पूर्व निर्धारित समयावधि के बजाय सिर्फ चार घंटे तक ही कक्षाएं चलाई जा रही थीं।
अब सरकार ने छठी से 12वीं तक कक्षाएं पुरानी व्यवस्था के अंतर्गत यानी छह घंटे तक संचालित करने के आदेश दिए हैं। इससे स्कूलों में आठ पीरियड लगने का रास्ता साफ हो गया है। इससे पहले बीती 31 जुलाई को जारी शासनादेश में कोविड सुरक्षा गाइडलाइन का पालन करते हुए सिर्फ चार घंटे ही स्कूल चलाने के आदेश दिए गए थे। उक्त आदेश में अब समयावधि को लेकर संशोधन किया गया है। कोविड गाइडलाइन का पालन स्कूलों को जारी रखना होगा। समयावधि में संशोधन का यह आदेश कक्षा एक से पांचवीं यानी प्राथमिक स्कूलों पर लागू नहीं होगा।
रुड़की में शहीद सम्मान कार्यक्रम में शामिल होंगे बलूनी
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी दो दिसंबर को रुड़की में शहीद सम्मान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दिल्ली प्रवास के दौरान गुरुवार को बलूनी से मुलाकात कर उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।कैबिनेट मंत्री जोशी के अनुसार उन्होंने राज्यसभा सदस्य बलूनी से 144 करोड़ की लागत से बनने वाली मसूरी पंपिंग पेयजल योजना के शिलान्यास के लिए समय देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यह योजना मसूरी की 30 हजार से अधिक की आबादी के लिए वरदान साबित होगी। योजना के बनने पर अगले 20-25 वर्ष तक मसूरी में पेयजल का संकट नहीं रहेगा। कैबिनेट मंत्री जोशी ने बताया कि इस योजना का भूमि पूजन हो चुका है और राज्यसभा सदस्य जल्द ही योजना का शिलान्यास करेंगे।
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