उत्तराखंड: खांसी-जुकाम या बुखार होने पर घर भेजे जाएंगे छात्र, इन नियमों का रखना होगा ध्यान

Uttarakhand School Reopen किसी भी विद्यार्थी शिक्षक या अन्य कार्मिक में खांसी जुकाम या बुखार के लक्षण दिखने पर तुरंत प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेजा जाएगा। किसी भी विद्यालय में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने पर इसकी जानकारी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:16 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:16 AM (IST)
उत्तराखंड: खांसी-जुकाम या बुखार होने पर घर भेजे जाएंगे छात्र, इन नियमों का रखना होगा ध्यान
उत्तराखंड: खांसी-जुकाम या बुखार होने पर घर भेजे जाएंगे छात्र।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand School Reopen प्राथमिक विद्यालयों को कोरोना संक्रमण से बच्चों की सुरक्षा पर खास जोर देना होगा। सभी कक्षा-कक्षों, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल व किचन-कम स्टोर को विद्यालय खोलने से पहले सैनिटाइज करना होगा। किसी भी विद्यार्थी, शिक्षक या अन्य कार्मिक में खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण दिखने पर तुरंत प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेजा जाएगा। किसी भी विद्यालय में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने पर इसकी जानकारी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए हर जिले में मुख्य शिक्षा अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह बनाया गया है।

जर्जर कक्षों में नहीं होगी पढ़ाई

शासन की ओर से प्राथमिक विद्यालयों के लिए जारी मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) में विद्यालयों में बच्चों के पीने के पानी के स्थान को अच्छी तरह स्वच्छ रखने और पानी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे स्थानों पर छात्र-छात्राओं को एकत्र नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए कक्षावार अंतराल तय किया जा सकेगा। बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था करनी होगी। सैनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था विद्यालयों को करनी होगी। थर्मल स्कैनिंग व हैंडवाश के बाद ही विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। जर्जर कक्षाकक्षों में किसी भी सूरत में पढ़ाई नहीं कराई जाएगी।

नोडल अधिकारी रखेंगे नजर

प्रत्येक विद्यालय कोरोना सुरक्षा प्रोटोकाल के पालन पर निगाह रखने को नोडल अधिकारी नामित करेगा। विद्यालय में प्रवेश एवं छुट्टी के समय मुख्य द्वार पर सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने वाले बच्चों को सुरक्षित शारीरिक दूरी मानक के साथ बैठाने और वाहन को समय-समय पर सैनिटाइज कराने की व्यवस्था की जाएगी।

विद्यार्थियों के लिए ब्रिज कोर्स

विद्यालय के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं भोजन माताओं का टीकाकरण कराया जाएगा। वंचित ऐसे व्यक्ति का टीकाकरण प्राथमिकता से कराना होगा। शिक्षा सचिव ने प्रत्येक कक्षा के प्रत्येक विषय से संबंधित लर्निंग गैप को दूर करने के लिए विद्यार्थियों को शुरुआत में ब्रिज कोर्स कराना अनिवार्य किया गया है। यह कोर्स एससीईआरटी ने तैयार कराया है। इसके लिए शिक्षकों की जवाबदेही तय की गई है।

प्रार्थना सभा, खेल गतिविधियां स्थगित

विद्यालय में प्रार्थना सभा, बाल सभा, खेल, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम व अन्य सामूहिक गतिविधियां अग्रिम आदेशों तक स्थगित रहेंगी। पहले चरण में सिर्फ शिक्षण गतिविधियां ही होंगी। विद्यालय परिसर में लंच बाक्स या भोज्य पदार्थ लाने की अनुमति नहीं होगी। विद्यालय प्रबंधन को इसका नियमित अनुश्रवण करना होगा।

मिड डे मील नहीं बनेगा

मिड डे मील के तहत पका-पकाया भोजन भी उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। भोजन माताएं नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित होंगी और छात्र-छात्राओं को सैनिटाइज करने व कोरोना सुरक्षा का पालन करने में सहयोग करेंगी।

सोमवार से शुक्रवार तक खुलेंगे विद्यालय

दो पालियों में कक्षा शिक्षण संचालित करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समय सारिणी में बदलाव कर सकेगा। पहली पाली के बाद कक्षों को सैनिटाइज करने के बाद ही दूसरी पाली शुरू होगी। विद्यालय सोमवार से शुक्रवार तक खुलेंगे। शनिवार व रविवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से नियमित सैनिटाइजेशन व फागिंग कराई जाएगी।

डेंगू व मलेरिया से बचाव पर जोर

डेंगू व मलेरिया को देखते हुए छात्र-छात्राओं को पूरी बाजू पैंट-शर्ट या सलवार-कमीज पहनकर आना होगा। जिलों में मुख्य शिक्षा अधिकारी, ब्लाकों में खंड शिक्षा अधिकारी व उप शिक्षा अधिकारी कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार बनाए गए हैं।

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हर हफ्ते देनी होगी शिक्षण कार्य की रिपोर्ट

रैंडम आधार पर आफलाइन या आनलाइन पढ़ने वाले विद्यार्थियों से बातचीत करेंगे। हर दिन विद्यालयों की मानीटरिंग होगी। खंड शिक्षा अधिकारी व उप शिक्षा अधिकारी हर हफ्ते शिक्षण कार्य की रिपोर्ट मुख्य शिक्षा अधिकारी के माध्यम से एससीईआरटी को उपलब्ध कराएंगे।

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