रोडवेज बसों में नहीं थम रहे बेटिकट मामले, यात्रियों को बेटिकट ले जा रहा शराबी कंडक्टर गिरफ्तार

रोडवेज बसों में बेटिकट मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। खासकर पर्वतीय डिपो की स्थिति ने तो रोडवेज का घाटा लगातार बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। गुजरे दिनों भी पर्वतीय डिपो की पांच बसें बेटिकट पकड़ी गई थीं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:25 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:25 AM (IST)
रोडवेज बसों में नहीं थम रहे बेटिकट मामले, यात्रियों को बेटिकट ले जा रहा शराबी कंडक्टर गिरफ्तार
यात्रियों को बेटिकट ले जा रहा शराबी कंडक्टर गिरफ्तार।

जागरण संवाददाता, देहरादून। रोडवेज बसों में बेटिकट मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। खासकर पर्वतीय डिपो की स्थिति ने तो रोडवेज का घाटा लगातार बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। गुजरे दिनों भी पर्वतीय डिपो की पांच बसें बेटिकट पकड़ी गई थीं। अब गुरुवार को एक साथ तीन बसें चेकिंग में बेटिकट पकड़ी गईं। इनमें एक बस में तो परिचालक शराब के नशे में धुत भी मिला। चेकिंग टीम ने उसे पुलिस के हवाले किया, जिसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पर्वतीय मार्गों पर पिछले कईं दिनों से बसों के लगातार बेटिकट दौड़ने की शिकायत पर मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता की ओर से बसों की चेकिंग में विशेष प्रवर्तन दल तैनात किए हुए हैं। गुरुवार सुबह प्रवर्तन टीम यातायात अधीक्षक अनिल शर्मा व निरीक्षक घनश्याम के साथ भानियावाला के समीप तैनात थी। टीम ने देहरादून से देवलकोट (चमोली) के लिए जा रही पर्वतीय डिपो की बस को रोक चेक किया तो बस में 14 यात्री थे, जिनमें से सात को परिचालक ने टिकट नहीं दिया हुआ था। चेकिंग टीम के तहत परिचालक दिनेश प्रसाद (विशेष श्रेणी) शराब के नशे में बुरी तरह धुत भी था। इस पर टीम बस को डोईवाला थाने ले आई और परिचालक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बस पर्वतीय डिपो वापस लाकर यात्रियों का किराया भी लौटाना पड़ा।

दूसरा मामला, सहायक यातायात निरीक्षक आनंद पाल और सुभाष कुमार ने कर्णप्रयाग में पकड़ा। यहां देवलकोट से पर्वतीय डिपो की बस देहरादून लौट रही थी। इस बस में पांच यात्री बेटिकट मिले। बस पर नियमित परिचालक संदीप तैनात था। तीसरा मामला धारूचला में पकड़ा गया, जिसमें गैरसैंण से देहरादून आ रही पर्वतीय डिपो की एक बस में एक यात्री बेटिकट मिला। इसमें नियमित परिचालक गौरव वर्मा तैनात था। दून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि टीमों की रिपोर्ट मिलने पर दोषी कार्मिकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

कम लोड फैक्टर, फिर भी एक ही मार्ग

पर्वतीय डिपो के हालात ऐसे हैं कि यहां लंबे समय तक चालक-परिचालक एक ही मार्ग पर चल रहे। हद तो यह है कि यात्री क्षमता के लिहाज से कम लोड फैक्टर होने के बावजूद परिचालकों का मार्ग नहीं बदला जा रहा। गुरुवार को जो परिचालक पकड़े गए, वह तीनों लंबे समय से इसी मार्ग पर चल रहे थे।

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